Tuesday, July 2, 2024
साहित्य जगत

जय माता दी

आयी पावन
नवरात्रि आओ अराधे
मातृशक्ति को।

शेरावाली को
उर बसाइये जग
की करतार।

जयकारा सुन
चहुंओर मन भया
बावरा मोरा।

छवि अति
मनोहारी मां भरती
झोलियां खाली।

कर वंदन
अर्चन जाग जायेगे
सोते भाग।

कर दरस
पावन जगमग नौ
रूपों के ।

तप त्याग
की अधिष्ठात्री महागौरी
नमन आपको।

स्वरचित
डाक्टर महिमा सिंह
लखनऊ उत्तर प्रदेश