Friday, July 5, 2024
बस्ती मण्डल

बंदियों की हो रही टीबी की जांच

बस्ती। जिला जेल के बंदियों व बाल सम्प्रेक्षण गृह के बाल अपचारियों की कोरोना के साथ ही अब टीबी की भी जांच कराई जा रही है। दोनों जगहों पर 220 से ज्यादा लोगों की जांच हो चुकी है, जिसमें से सात लोग बीमार मिले हैं। जिला क्षय रोग विभाग ने उनका पंजीकरण कर इलाज शुरू करा दिया है।

बंदियों व बाल अपचारियों के स्वास्थ्य को लेकर प्रदेश शासन गंभीर है। दोनों जगहों पर कोरोना की जांच के साथ ही टीबी की भी जांच कराए जाने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि पचपेड़िया स्थित बाल सम्प्रेक्षण गृह में कुल 65 बालकों के स्वास्थ्य की जांच कर उनका सैम्पल लिया गया था। इसमें से सात बालक क्षय रोग से ग्रसित पाए गए हैं। सम्प्रेक्षण गृह के प्रबंधन को कुछ जरूरी निर्देश के साथ ही गैर उपचारित मरीजों का टीबी के पोर्टल पर पंजीकरण कराया गया है। इसी के साथ उनका उपचार शुरू करा दिया गया है। वृद्धाआश्रम बनकटा में भी 48 संवासियों की स्क्रीनिंग कराई गई है, उनमें से 15 का नमूना लिया गया है। उनकी रिपोर्ट आनी बाकी है।
डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि जिला कारागार में लगातार दो दिनों तक चले जांच अभियान में 1427 बंदियों की स्क्रीनिंग कराई गई, जिसमें से 141की सैम्पलिंग की गई है। यह वह लोग हैं, जिनमें प्रथम दृष्टया रोग के लक्षण प्रतीत हो रहे हैं। अब इनके सैम्पल की जांच की जा रही है। अगर किसी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसका पंजीकरण कर इलाज कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की मंशा है कि 2025 तक देश से टीबी का खात्मा हो जाए। इसके लिए नियमित रूप से जांच अभियान चलाया जा रहा है। 26 दिसम्बर से क्षय रोग विभाग की टीमें लगातार जांच कर रही हैं। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कर संभावित क्षय रोगी की पहचान कर उसका उपचार कराना है।