Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

मेडिकल शिक्षा में खिचड़ी तंत्र के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन 8 दिसंबर को करेगी देशव्यापी सांकेतिक आंदोलन

बस्ती। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के निर्देश पर बस्ती जनपद में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क के सभी चिकित्सकों द्वारा मेडिकल शिक्षा में खिचड़ी तंत्र लाने का पूर्ण विरोध करते हुए 8 दिसंबर को दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक 2 घंटे देशव्यापी सांकेतिक आंदोलन किया जाएगा। साथ ही 11 दिसंबर को प्रातः 6:00 बजे के बीच गैर आवश्यक एवं गैर कोविड सेवाओं को पूरे देश में बंद रखा जाएगा। उक्त बात की जानकारी देते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बस्ती के जिलाध्यक्ष डॉo अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह सभी कदम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा एक गुणवत्तापूर्वक शिक्षा होती है जिसमे चिकित्सक को अच्छा हुनर दिया जाता है एवं हर छोटी से छोटी विद्या को विज्ञान सम्मत तरीके से विकसित की जाती है। मॉडर्न मेडिसिन पूरी तरह से रिसर्च पर आधारित विद्या है। इसमें हर मर्ज का इलाज आधुनिक तरीके से किया जाता है। यह विद्या हर महामारी के नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभाती है। देश में कोई नयी दवा आनी हो या नयी तकनीक विकसित करनी हो, या बीमारी को रोकने के लिए वैक्सीन तैयार करनी हो, मॉडर्न मेडिसिन के रिसर्च से ही यह संभव हो पाता है। कोरोना काल में जो भी नयी दवा आयी हो या अभी जो वैक्सीन आ रही हो आपने मॉडर्न मेडिसिन के चिकित्सकों का योगदान देखा होगा।

इसी तरीके से इंडियन मेडिसिन को देश में वैज्ञानिक तरीके से विकसित किया जा सकता है। मॉडर्न मेडिसिन में खिचड़ी तंत्र लाने से पूरी विद्या का ह्रास होगा और भविष्य में देश को उच्चस्तरीय इलाज मिलने में बहुत कठिनाई होगी। आपको विदित होगा की भारतीय चिकित्सक पुरे विश्व में श्रेष्ठ चिकित्सक साबित हुए है। विदेशों में 60% चिकित्सक भारतीय है। उन्होंने बताया कि आपने सुना होगा कि एक भारतीय चिकित्सक ने पहला फेफड़े का प्रत्यारोपण करने में सफलता पायी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हर विद्या को स्वतंत्र रूप से विकसित करने की पक्षधर है। हमारी भारत सरकार से मांग है कि मॉडर्न मेडिसिन के चिकित्सा में गुणवत्तापूर्वक प्रणाली लागू हो। हमें डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना है ताकि अच्छी क्वालिटी वाले चिकित्सक बने।