Sunday, July 7, 2024
बस्ती मण्डल

वरिष्ठ अधिवक्ता गोमती प्रसाद मिश्र को मृत बताने से रोष

बस्ती। सिविल बार एसोसिएशन बस्ती के वरिष्ठ अधिवक्ता गोमती प्रसाद मिश्र को मृत बताकर एल्डर्स कमेटी से उनका नाम हटवा दिया गया है। चुनाव के ठीक पहले हुई यह कार्रवाई अधिवक्ता संगठनों में चर्चा का विषय बनी हुई है। एसोसिएशन के महामंत्री शिवपूजन मिश्र का कहना है कि मामला गम्भीर है। बार काउंसिल को गुमराह कर नाम हटवाया गया है। कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।
बताया जा रहा है कि दीवानी कोर्ट के एक अधिवक्ता ने बार काउंसिल उत्तर प्रदेश को पत्र भेजकर अवगत कराया कि वरिष्ठ अधिवक्ता गोमती प्रसाद मिश्र अब जीवित नहीं हैं, एल्डर्स कमेटी में उनके स्थान पर अन्य का नाम रखा जाए। इसी सूचना को आधार बनाकर बार काउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश, प्रयागराज ने बिना वास्तविकता जाने आनन फानन में गोमती प्रसाद मिश्र का नाम हटाकर अन्य लोगों का नाम जोड़ते हुए आदेश जारी कर दिया। मिश्र अभी भी जीवित और शारीरिक तौर पर पूर्णतया सक्षम हैं। वह स्वंय ऐसी कुत्सित साजिश से हतप्रभ हैं। आरोप है कि ऐसा घृणित कार्य साजिशन, किसी अपने हितैषी को व्यक्तिगत लाभ देने के लिए किया गया है। एक जीवित व्यक्ति को मृत दिखाया जाना कानूनन जुर्म की श्रेणी में आता है, और यह उस समय और भी गम्भीर हो जाता है, जबकि इसके पीछे किसी को लाभ पहुंचाने की मंशा निहित हो। अधिवक्ता गोमती प्रसाद मिश्र वोटर भी हैं। एसोसिएशन का चुनाव सन्निकट है, ऐसा इसलिए भी किया जा सकता है कि वह अपने मताधिकार से वंचित हो जाएं।