Monday, July 1, 2024
धर्म

गुरू की महिमा अनन्त है- करुणा भारती श्रीहरिकथामृत

बस्ती। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आयोजित गंगा प्रसाद लघु माध्यमिक विद्यालय बैरिहवा के परिसर में चल रहे श्रीहरिकथामृत के पांचवे दिन कथा को विश्राम देते हुये व्यासपीठ से गुरुदेव आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी करुणा भारती ने कहा कि भगवान शिव गुरु गीता ग्रंथ में गुरु की पहचान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। कहा कि हरि की कथा अनन्त है। युगो-युगों से समय-काल के अनुरूप भक्त संकीर्तन और कथा रस का पान करते रहे हैं।

साध्वी करुणा भारती ने कहा कि इस संसार में गुरुओं की सात प्रकार की श्रेणी होती है जिसमें से केवल सप्तम श्रेणी ही पूर्ण सद्गुरु की कसौटी पर खरी उतरती है यह परम गुरु ही होते हैं जो एक भक्तों के भीतर चार पदार्थ का ज्ञान प्रकट करते हैं अंतर में ही ईश्वर के वास्तविक रूप प्रकाश का दर्शन कराकर भीतर में ही ईश्वर का सच्चा नाम संगीत और अमृत प्रकट करते हैं भगवान शिव माँ उमा से कहते हैं कि हे देवी गुरु कभी मंत्र माला या रिद्धि सिद्धि और भभूत नहीं देते यदि ऐसे गुरु कही मिले तो उन्हें त्याग कर पूर्ण परम गुरु को ही धारण करना चाहिए तभी जीवन का कल्याण संभव हो पाता है।
बस्ती सदर के पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्जवलित कर कथा की शुरुवात हुई। कथा में मुख्य रूप से संयोजक स्वामी प्रकाशानंद, के.के.श्रीवास्तव,प्रधान रमेश चौधरी,प्रीति श्रीवास्तव,अजय मोदनवाल,अनिल मिश्रा,चंद्रेश चौधरी, महेंद्र चौधरी,अजय कुमार श्रीवास्तव, अपराजिता सिन्हा, अरुणिमा खरे लाल चंद्र चौधरी,लाजवंती देवी,किरन खरे,शालिनी श्रीवास्तव कात्यायनी त्रिपाठी, रतनबाला श्रीवाताव के साथ ही अनेक श्रद्धालु भक्त शामिल रहे।