Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

आधी रात को भी सडक दुर्घटना की सूचना पर दौड़ पड़ते हैं हाइवे देवदूत प्रमोद ओझा

— सड़क हादसे मे घायलो‌ के लिए बने‌ फरिस्ता

बस्ती। बस्ती के प्रमोद ओझा सड़क हादसे में घायल लागों की जान बचाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने ने अब तक 200 घायलों की सही समय पर अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई है।

हरैया के रजौली गांव निवासी प्रमोद ओझा हाईवे पर

होने वाले हादसे में घायलों के लिए किसी फरिश्ते से

कम नहीं हैं। पिछले दो दशक में करीब 2 सौ घायलों को समय से अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगी बचा चुके हैं।

अब तो उनकी पहचान हाईवे देवदूत के रूप में बन चुकी है। लोगों का उन पर भरोसा इतना है कि हादसे की सूचना पुलिस और एम्बुलेंस से पहले फोन पर उनको देते हैं। दर्जनों सामाजिक संस्था, प्रशासनिक अफसरों के हाथों इस नेक कार्य के लिए सम्मान पत्र भी मिल चुका है।
घायलों की मदद के पीछे है कहानी

सड़क हादसे में घायलों की मदद करने के पीछे भी एक कहानी है। करीब दो दशक पूर्व प्रमोद ओझा के बाबा सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें परिवार वाले अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टर मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर बोले कि अस्पताल लाने में देर हो गई।

मदद को मानते हैं बाबा की श्रद्धांजलि

बाबा की मौत का गम और डाक्टर की बात उनके दिल में घर कर गई। प्रमोद बताते हैं कि सड़क हादसे में बाबा को खोने का गम आज भी उनके जेहन में रहता है। इलाज के अभाव में किसी परिवार को अपने परिजन को खोना न पड़े, यही मदद करने पहुंच जाते हैं। वे मानते हैं कि इससे बड़ी और सच्ची श्रद्धांजलि उनके बाबा को और कुछ नहीं हो सकती ।

कार को ही मानते हैं एंबुलेंस

अपनी निजी कार को ही मिनी एम्बुलेंस मानते हैं। बताया कि बाबा के नाम से नि:शुल्क एंबुलेंस चलाने की भी योजना हैं। इसकी तैयारी में जुटे हैं। सड़क हादसे में घायलों की मदद के लिए प्रमोद ने अपना मोबाइल नंबर 8787211800 काफी लोगों को दे रखा है। सड़क के किनारे हर गांव, कस्बे के लोग उनके नंबर को बखूबी जानते हैं। यदि समय से पुलिस या एंबुलेंस नहीं पहुंचती तो वह अपनी कार से ही घायलों को अस्पताल पहुंचा देते हैं।