Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

डीपीएमयू टीम नें गाँव में पहुँच कर जल जीवन मिशन की दी जानकारी

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश व भारत सरकार के महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जोड़ने की मुहिम में जिले के नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के पिपरपाती ग्राम पंचायत में आयोजित महिला पुरुष संयुक्त बैठक व हैंडवाश इवैंट में जिला परियोजना प्रबंधन इकाई टीम ने पहुंच कर योजना की जानकारी ग्रामीणों को दी. आई.एस.ए. ग्रामोदय द्वारा पिपरपाती गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में डीपीएमयू के कोऑर्डिनेटर कैपेसिटी बिल्डिंग एन्ड ट्रेनिंग बृहस्पति कुमार पांडेय ने साफ पानी के उपयोग के फायदे गिनाया. उन्होंने कहा कि सरकार सभी घरों को पाइप लाइन से नल का कनेक्शन दे रही है. इससे जलजनित बीमारियों पर काबू पाया जा सकेगा. इसके लिए गांव में पानी की टंकी निर्माण कर घरों को साफ पानी मुहैया कराया जा रहा है.

उन्होंने प्राथमिक विद्यालय पिपरपाती के छात्र-छात्राओं और उपस्थित ग्रामीणों को हाथ साफ करने के तरीके बताने सहित हाथ धोने का प्रदर्शन भी किया, साथ ही सभी को बताया गया कि साबुन से बार-बार हाथ धोना संक्रामक बीमारियों को रोकने में मददगार होता है. इस दौरान उन्होंने गिनती विधि व एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया. इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उलटी तरफ, फिर मुट्ठी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया. उन्होंने बताया कि हर स्टेप को 20 सेकेंड तक दोहराते हुए साबुन और पानी से धोना है और हाथ को हवा में सुखाना है.

परियोजना प्रबंधक मॉनिटरिंग एन्ड इवैल्यूएशन सुखपाल चौधरी ने ग्रामीणों को बताया की जेजेएम केंद्र सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत ग्राम कार्य योजना (वीएपी) का विकास किया और प्रत्येक गाँव में पानी समितियों का गठन किया जा रहा है. ताकि स्थानीय समुदाय उनके लिए बनाई गई जल आपूर्ति अवसंरचना के नियोजन, क्रियान्वयन, संचालन और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके.

परियोजना प्रबंधक फाइनेंस अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि प्रत्येक घरों को नल से जल योजना से जोड़ कर स्थानीय ग्राम समुदाय को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि यह केवल महिलाओं और युवा लड़कियों को, जो मुख्य रूप से हर घर में पानी के प्रबंधक हैं, उन्हें जीवन जीने में आसानी’ प्रदान कर रहा है. उन्होंने बताया की इससे पहले इन महिलाओं और युवा लड़कियों को पानी लाने के लिए लंबी दूरी तक जाना पडता था, जिसमें उनका बहुत अधिक समय व्यर्थ होता था. लेकिन जल जीवन मिशन के तहत इस पर रोक लग रहा है.

उन्होंने बताया की गाँव के लोगों को राज मिस्त्री, प्लंबर, फिटर, मोटर मैकेनिक, पंप ऑपरेटर इत्यादि के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिनकी सेवाओं का उपयोग जल आपूर्ति के बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ उनके संचालन और रखरखाव में किया जाएगा.

ग्राम आई एस ए ग्रामोदय के टीम लीडर सोहराब अंसारी नें कहा की जल जीवन मिशन के तहत, पानी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए स्थानीय समुदाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है.

इसके लिए, समुदाय के लिए फील्ड परीक्षण किट की समय पर खरीद और आपूर्ति जैसी गतिविधियों को शामिल करने के लिए एक कार्य योजना बनाई जाती है, सामुदायिक भागीदारी के लिए हर गांव में कम से कम पांच महिलाओं की पहचान कर, इन महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट का उपयोग और रिपोर्टिंग करने, परीक्षण, परिणाम और निष्कर्ष के बारे में प्रशिक्षण देना शामिल है. इस मौके पर प्रधान मुस्तकीम अंसारी, हरीश, राजन, चन्द्र देव, अब्दुल कादिर, इस्तियाक, मोनू सहित अनेकों ग्रामीण मौजूद रहे.