Friday, July 5, 2024
बस्ती मण्डल

हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया 73 वाँ गणतंत्र दिवस

सिद्धार्थ नगर।जनपद मुख्यालय स्थित रघुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज तेतरी बाजार में 73 वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक श्री तुलसी राम जी ने ध्वजारोहण कर की।बतौर कार्यक्रम मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये पर्व भारतीय जनमानस को एकता के सूत्र में पिरोते हैं ।ये पर्व उन शहीद देश भक्तों का स्मरण कराते हैं जिन्होंने राष्ट्र की स्वतंत्रता, गौरव और इसकी प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी । हमें अपने गणतंत्र और समृद्ध लोकतांत्रिक मूल्यों पर गर्व है। इस राष्‍ट्रीय पर्व पर हम सभी को देश को विकास के पथ पर अग्रसर करते हुए राष्‍ट्र की एकता और अखण्‍डता की रक्षा करने के साथ ही भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्‍प लेना चाहिए।
गोरक्ष प्रांत के धर्म जागरण सह समन्वयक श्री तारकेश्वर जी ने कहा कि आज आत्म निर्भर भारत के संकल्पना का दिवस है। आज का भारत उभरता सितारा है। भारत हर क्षेत्र में प्रगति की ओर अग्रसर है ।वर्तमान में आध्यात्मिक शक्ति को जगा कर भारत को दुनिया की अग्रिम पंक्ति में खड़ा करना है। इसलिए अपने- अपने धर्म को पूरा करते हुए भारत के भविष्य को संवारने का संकल्प लेना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग कार्यवाह श्री हरीश चंद्र अग्रहरी ने कहा गणतंत्र दिवस हम सभी भारतीयों के अंदर हर्ष, उल्लास और नवीन चेतना का संचार करता है ।अतिथियों का परिचय कराते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राकेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि यह पर्व देशवासियों को यह संकल्प लेने के लिए प्रेरित करता है कि वह अमर शहीदों के बलिदानों को व्यर्थ जाने नहीं देंगे और अपने देश की रक्षा ,गौरव और उत्थान के लिए सदा समर्पित रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री निमिष शुक्ल ने अतिथियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उक्त अवसर पर के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर प्रचारक श्री विनय जी, विद्यालय के प्रबंधक श्री मुरलीधर अग्रहरि जी, उप- प्रबंधक श्री सत्येंद्र द्विवेदी जी, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य श्री मदन मोहन सिंह जी, स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति के पूर्व जिला मंत्री शंभूनाथ गुप्ता जी, नगर कार्यवाह ओंकार नाथ पांडेय जी तथा विक्रम यादव समेत सभी आचार्य बंधुओं व छात्रावास के महादेव प्रसाद जी की भी उपस्थित उल्लेखनीय रही।