Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

श्रीमती रुक्मिणी आर्य ने भजनों माध्यम से वैदिक यज्ञ का महत्व समझाया

बस्ती। गृहस्थ तो स्वर्गीय आश्रम है सर्व आश्रमों में गृहस्थाश्रम ही ज्येष्ठ और श्रेष्ठ है। सब आश्रम इसी के आधार पर है। गृहस्थ को जिन्होने मुक्ति प्राप्त करने के लिए अपनाया उन्होंने बड़े-बड़े सन्यासी, महात्माओं को भी सुमार्ग दिखाया है। गृहस्थ में विवाह के समय जो मन्त्र आते हैं, प्रतिज्ञाए होती हैं, क्रियाए करायी जाती हैं, यदि वर-वधू उनका पूरा अनुष्ठान करें तो जीवन स्वर्ग बन जाय। उक्त बातें नई कालोनी करुवा बाबा बस्ती में आयोजित वेद प्रचार कार्यक्रम के अवसर पर यजमानों को सम्बाधित करते हुए आचार्य सुरेश जोशी ने कही। इस कार्यक्रम में दिलीप कसौधन व राजेन्द्र जायसवाल सपत्नीक मुख्य यजमान रहे। इस अवसर पर बारी-बारी से पूरे मुहल्ले के लोगों ने बड़े उत्साह से आहुतियाॅ दीं। तत्पश्चात वेद मंत्र का भावार्थ बताते हुए आचार्य ने कहा कि वह परमात्मा अपने लोगों को भाई के समान सुख देने वाला, सकल जगत का उत्पादक वह सब कामों को पूरा करने वाला तथा सम्पूर्ण लोकमात्र के नाम, स्थान और जन्मों को जानता है। वही परमात्मा अपना गुरु, आचार्य, राजा और न्यायाधीश है, उसी की उपासना करने योग्य है। यही ज्ञान प्राप्त कर ऋषि दयानन्द सरस्वती ने कहा कि वेदों की ओर लौटो तभी अपनी संस्कृति और सभ्यता बच सकती है। वैदिक भजनोपदेशिका श्रीमती रुक्मिणी आर्य ने भजनों माध्यम से वैदिक यज्ञ का महत्व समझाया और बताया कि ईश्वर की कोई मूर्ति किसी मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारे या गिरिजाघर में नहीं है न ही हो सकती हैं इसी से स्पष्ट है कि ईश्वर की कोई मूर्ति बन ही नहीं सकती क्योंकि वह निराकार है। वेद न तस्य प्रतिमा अस्ति कहकर इसे सिद्ध करता है। ईश्वर की स्तुति एवं उपासना की जाती है और उससे कल्याण, सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जाती है। जो जैसा है उसके प्रति वैसा व्यवहार उसकी पूजा कहलाती है मूर्ति की पूजा की जाती है उसकी सुरक्षा-सफाई उसकी पूजा है न कि उसे दीपक दिखाना, भोग चढ़ाना, चन्दन लगाना आदि। इसे अन्धविश्वास कहते हैं इससे सबको बचना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रोहित कुमार विश्वनाथ प्रसाद उपेंद्र आर्य प्रेमा गुप्ता राधेश्याम आर्य सूर्य प्रकाश छोटे लाल गुप्त मानसी आर्य शुभम गुप्ता सत्यम जानवी गुप्ता घनश्याम आर्य राजेंद्र प्रसाद श्रीमती अनिता श्रीमती सुमन पवन कुमार कसौधन दिलीप कुमार गुप्ता नूतन गुप्ता श्रीमती किरण गुप्ता लवकुश जयसवाल नेहा सुशीला देवी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।