Sunday, June 2, 2024
बस्ती मण्डल

यज्ञ प्राचीन काल से हमारे संस्कारों में रचा बसा है, यज्ञ भक्ति का ही प्रतीक नहीं है बल्कि पूरा चिकित्सा विज्ञान है

बस्ती। आर्य समाज द्वारा निरंतर चलाये जा रहे कोरोना मुक्ति अभियान के अंतर्गत आज का यज्ञ स्वयंसेवक संघ के पूर्व नगर प्रचारक राघवेन्द्र के नेतृत्व में गांव गोड़िया में सम्पन्न हुआ जिसमें गांव के महिलाओं व पुरुषों ने निष्ठापूर्वक हिस्सा लिया। इस अवसर पर अचार्य देवव्रत आर्य ने बताया कि
यज्ञ प्राचीन काल से हमारे संस्कारों में रचा बसा है। यह केवल भक्ति का ही प्रतीक नहीं है बल्कि पूरा चिकित्सा विज्ञान है जिसके माध्यम से हम देवपूजा भी करते हैं और रोगों के संक्रमण से भी अपने आपको व समाज को बचाते हैं। यज्ञ में प्रयुक्त स्वाहा शब्द लोककल्याण के लिए अपनी प्रिय वस्तु का अग्नि में समर्पण ही प्रकट करता है। यह अग्नि पदार्थों प्रभाव को बढ़ाकर पुनः हमे व हमारे पर्यावरण को वापस कर देता है। ओम प्रकाश आर्य ने बताया कि वर्षा ऋतु में अनेक रोगों के विषाणु व कीट पतंगे वातावरण में रहते हैं जिनको समाप्त करने के लिए हमारे ऋषियों ने अग्निहोत्र का उपाय सुझाया है। इसलिए इस समय सामग्री में गिलोय, चिरायता, नीम की गुदी, गुग्गुल व जावित्री व लौंग मिलाकर हवन करने से संक्रमण रोकने में सहायता मिलती है। इस अवसर पर कर्तिक पटेल, नितेश, अंजलि, प्रतीक, रिया, मीरा, गंगाराम चौधरी, सहित अनेक लोगों ने यज्ञ कर ईश्वर से कोरोना व उसके अन्य वेरियंट से सुरक्षा की कामना की।