Tuesday, July 2, 2024
हेल्थ

दिव्यांगों की यूनिक आईडी भी कोविड टीकाकरण के लिए करेगी पहचान का काम

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) कोविड टीकाकरण तक दिव्यांग व्यक्तियों की पहुंच सहज और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने कोविड टीकाकरण के फोटो पहचान पत्र दस्तावेज में यूडीआईडी को भी शामिल किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने सभी जिलाधिकारियों तथा सीएमओ को पत्र लिखकर इसे पहचान पत्र के तौर पर मानने के लिए आवश्यक कार्यवाही के दिशा-निर्देश दिये हैं ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस रहमान ने बताया कि यूनिक डिसेबिलिटी आईडेन्टीफिकेशन कार्ड ( यूडीआईडी ) को रजिस्ट्रेशन के लिए को-विन पोर्टल में पहचान पत्र के रुप में शामिल कर लिया गया है। अब दिव्यांग अपने इस विशिष्ट पहचान पत्र का उपयोग कोविड टीकाकरण रजिस्ट्रेशन के लिए कर सकते हैं। इससे पूर्व सात पहचान पत्र ही रजिस्ट्रेशन के लिए मान्य थे। । स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को लिए मान्य फोटो पहचान पत्र के तौर पर यूडीआईडी कार्ड के इस्तेमाल को व्यापक रूप में प्रचारित करने का परामर्श दिया है। देश भर में लाभार्थियों की विभिन्न श्रेणियों के टीकाकरण की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए को-विन डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है। को-विन, कोविड टीका वितरण प्रणाली के लिए तंत्र को प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में प्रौद्योगिकी बुनियाद है। इसलिए सभी दिव्यांगजन अपने इस विशिष्ट पहचान पत्र का उपयोग टीकाकरण के लिए करें।

*दिव्यांग लोगों को मिलता है यूडीआईडी कार्ड*

मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने लिखा है कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत आने वाले दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा दिव्यांगों को जारी विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी) कार्ड में सभी जरूरी विशिष्टताएं हैं। इसमें व्यक्ति का नाम, जन्म तारीख, लिंग का जिक्र और तस्वीर होती है और कोविड-19 टीकाकरण में पहचान के इस्तेमाल के लिए यह शर्तों को पूरा करता है। इसलिए टीकाकरण तक दिव्यांग लोगों की पहुंच के लिए यह फैसला किया गया है कि निर्धारित फोटो आईडी दस्तावेजों की सूची में यूडीआईडी को शामिल किया जाए।

*अभी तक ये सात पहचान पत्र होते थे मान्य*

जिला वैक्सीन मैनेजर ई-विन (यूएनडीपी) सुशील कुमार मौर्या बताते हैं कि अभी तक वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए सात पहचान पत्रों को ही स्वीकृति मिली थी। इसमें आधार कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस , पैन कार्ड , पासपोर्ट , पेंशन पासबुक , एनपीआर स्मार्ट कार्ड , मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी)। इसके अतिरिक्त कोई अन्य पहचान पत्र मान्य नहीं था। लेकिन अब दिव्यांगो के लिए यूडीआईडी की स्वीकृति भी आठवें पहचान पत्र के रूप में मिल गई है।