बस्ती। नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ द्वारा आयोजित 14वां बस्ती मैराथन 2025 रविवार को अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। “नशा मुक्त, स्वच्छ और स्वस्थ बस्ती” के संदेश के साथ आयोजित इस जनभागीदारी आधारित आयोजन में कुल 4386 धावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मैराथन ने एक बार फिर बस्ती जनपद की खेल संस्कृति, सामाजिक चेतना और युवाशक्ति को नई दिशा दी।
सुबह प्रातःकालीन वातावरण में शास्त्री चौक से दौड़ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल, विधायक अजय सिंह, और पूर्व आईएएस अधिकारी ओम नारायण सिंह ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) संजीव त्यागी ने स्वयं दौड़ में प्रतिभाग कर उपस्थित युवाओं का उत्साहवर्धन किया।
मैराथन का मार्ग शास्त्री चौक से प्रारंभ होकर गांधी नगर, नेहरू तिराहा, रौता चौराहा, सुभाष तिराहा, वी-मार्ट, तहसील गेट होते हुए पुनः शास्त्री चौक पर समाप्त हुआ।
पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह रहे।
उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि खेल जीवन में अनुशासन, समर्पण और सम्मान की सच्ची पहचान हैं। जो युवा खेलों से जुड़े रहते हैं, वे न केवल शरीर बल्कि चरित्र से भी मजबूत बनते हैं।
उन्होंने खिलाड़ियों से अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने, आत्म-अनुशासन को जीवन का अंग बनाने और समाज में सकारात्मक योगदान देने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि बस्ती मिनी मैराथन जैसे आयोजन ग्रामीण प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच प्रदान करते हैं। खेल मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक एकता और स्वस्थ जीवन का सबसे अच्छा माध्यम हैं।
प्राचीन शास्त्रों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि निरोगी काया ही सर्वश्रेष्ठ धन है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि मैं बस्ती मिनी मैराथन के प्रथम संस्करण सन 2012 से ही इस आयोजन से जुड़ा हूं। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी युवाओं को एक मंच देना है, ताकि वे आगे बढ़कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ राष्ट्र की नींव हैं और इस आयोजन के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को प्रेरणा मिल रही है।
सुप्रसिद्ध कथा वाचक शांतनु जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। यदि जीवन में स्थिरता, आनंद और शक्ति चाहिए, तो खेल और योग को जीवन का हिस्सा बनाना अनिवार्य है।
उन्होंने बस्ती मिनी मैराथन को बस्ती की पहचान और युवाओं के मंच के रूप में सराहा।
पूरे आयोजन में पुलिस प्रशासन, नगर पालिका, और सैकड़ों स्वयंसेवकों का उल्लेखनीय योगदान रहा।
राम विनय पांडे और सुलभ पाल ने अपनी टीम के साथ पूरे मार्ग पर जल वितरण की जिम्मेदारी निभाई, जिससे प्रतिभागियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।
रास्ते में सुरक्षा, चिकित्सा और यातायात नियंत्रण के उत्कृष्ट प्रबंध किए गए।
मैराथन के समापन अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अमरेश पांडे एवं अविनाश श्रीवास्तव की शानदार प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का संचालन राम प्रताप सिंह और रितिकेश सहाय ने अत्यंत कुशलता से किया, जबकि संयोजन का कार्य क़ाज़ी फरजान, नवीन त्रिपाठी और सुनील यादव ने निभाया।
निर्णायक मंडल में ज्ञान उपाध्याय, चंद्रभूषण कलहंस, विजय चौधरी, हिना खान, और स्वाति गौड़ शामिल रहे।
मैराथन केवल खेल आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता का एक अभियान भी रहा। दौड़ के दौरान साइबर सुरक्षा, मिशन शक्ति, और स्वच्छ बस्ती अभियान के संदेश दिए गए। नशा मुक्त बस्ती, स्वस्थ बस्ती का नारा युवाओं ने पूरे जोश के साथ बुलंद किया। इस अवसर पर युवाओं को अनुशासन, फिटनेस और समाज सेवा के लिए प्रेरित किया गया।
मैराथन के विभिन्न वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले धावकों को सम्मानित किया गया।
महिला वर्ग में पूजा वर्मा ने प्रथम स्थान, डिंपल ने द्वितीय स्थान, पूजा निषाद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पुरुष वर्ग में प्रिंस राज यादव ने प्रथम स्थान, पंकज यादव ने द्वितीय स्थान, कुलदीप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
सभी विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और सम्मानपत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।
नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ के अध्यक्ष भावेष पाण्डेय ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और सहयोगी संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा मैं बस्ती के लोगों के स्नेह और सहभागिता से अभिभूत हूं। आज देश के विख्यात व्यक्तित्वों की उपस्थिति ने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया है। बस्ती मैराथन केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि जन-जुड़ाव और सामाजिक चेतना का प्रतीक बन चुका है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ल, विधायक अजय सिंह, पूर्व विधायक संजय जायसवाल, दयाराम चौधरी, अंकुर वर्मा, यशकांत सिंह, ऐश्वर्य राज सिंह, राजेन्द्र नाथ तिवारी, पवन कसौधन, गोपेश पाल, डॉ. अजीत सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, सत्येंद्र शुक्ल, आसमान सिंह, सत्येंद्र बहादुर पाल, अभय पाल, नितेश शर्मा, हरिकृष्ण त्रिपाठी, मनोज सिंह, भूपेंद्र चौधरी, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मैराथन के सफल आयोजन में नवीन त्रिपाठी, राम प्रताप सिंह, रितिकेश सहाय, शाश्वत श्रीवास्तव, आशुतोष सिंह, अरुण पांडे, सुधांशु पांडे, धनंजय शुक्ला, सुरेंद्र चौधरी, अमन पांडे, हेमंत पांडे, क़ाज़ी फरजान, आशुतोष त्रिपाठी, रत्नेश विश्वकर्मा, अभिषेक त्रिपाठी, आशुतोष श्रीवास्तव, अमित पांडे, योगेंद्र शुक्ला, ओमकार चौधरी, राहुल उपाध्याय, सुनील यादव, प्रिंस मिश्रा, नीरज उपाध्याय, अनामिका, अंकिता, अमरेश पांडे, ज्ञान उपाध्याय, विजय प्रकाश चौधरी, हिना खातून, अभिषेक ओझा, पंकज चौधरी, चंद्रभूषण कालांश, अमन पांडे, उत्तम दुबे, ऋतुराज बहादुर, हिमांशु सोनी, अमित राय, आदेश श्रीवास्तव, रोहन राव, माधवेंद्र तिवारी, अभिषेक पांडे, विनय पांडे, और अनुज सिंह सहित समस्त टीम का योगदान सराहनीय रहा।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। आयोजकों ने घोषणा की कि अगला संस्करण और भी व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक जनपदों के धावक भाग लेंगे। बस्ती मैराथन अब केवल एक स्थानीय आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह बस्ती की पहचान और गर्व का प्रतीक बन चुका है।