Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

बीडीए की मनमानी से शहर के नागरिक त्रस्त-अपूर्व शुक्ला

बस्ती। बस्ती विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मनमानी से पूरा शहर परेशान है। आवास विकास मोहल्ले के रहने वाले समाजिक कार्यकर्ता अपूर्व शुक्ल ने अधिकारियों की मनमानी से आहत होकर शिकायत किया है। अपूर्व के मुताबिक वे आवास विकास मोहल्ले में सांई मन्दिर के निकट के रहने वाले हैं। मोहल्ले में उनका पैतृक मकान है। वर्ष 1982 में मानचित्र बनवाकर मकान का निर्माण करवाया गया थां।

मकान पुराना होने के कारण इसे फिर से बनवा रहे थे। इसी बीच बीडीए के अधिकारियों को भनक लगी और वे मनमानी पर उतर आये जबकि मकान का जीर्णोद्धार पुराने नक्शे पर ही कराया जा रहा है। इसे अवैध बताते हुये 03 फरवरी को नोटिस भेज दिया जिसमे लिखा गया कि 7 दिनों के अंदर शमन मानचित्र प्रस्तुत न करने पर मकान सील कर दिया जायेगा। जबकि इससे पहले 03 फरवरी को अधिकारियों को दिये जवाब में अपूर्व शुक्ला ने स्थिति स्पष्ट करते हुये जानकारी दी कि निर्माण पुरानी मानचित्र पर ही हो रहा है। फिलहाल 7 दिन का मौका दिया गया जो 10 फरवरी को पूरा होता। इससे पहले ही बीडीए के पंकज पाण्डेय अधिशाषी अभियन्ता और आरसी शुक्ला जेई पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये और मकान सील कर दिया।

अपूर्व सहित आसपास के लोग विरोध पर उतर आये, कार्यवाही की फोटोग्राफी करने लगे। इसी बीच उन्हे अपनी गलती का अहसास हुआ और वे सीलिंग खोलकर आनन फानन में चले गये। नोटिस फाड़ दिया और मकान के ऊपर लिखी सीलिंग की कार्यवाही को मिटा दिया।

अपूर्व का कहना है कि अधिकारियों की मनमानी से पूरे मोहल्ले में बेइज्जती हुई, तनाव और मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी। समाजसेवी अपूर्व शुक्ल का कहना है कि बीडीए की ओर से शहर में सुविधा के नाम पर कुछ नही दिया है लेकिन विभागीय कार्यवाही के नाम पर लोगों को डराना, धमकाना और धनउगाही करना इनकी आदतों में शुमार है। उन्होने कहा बीडीए ने अपनी कार्यवाहियों में सुधार नही किया तो चरणबद्ध संघर्ष होगा और क्रमवार अधिकारियों की मनमानी बेनकाब की जायेगी।