कंठस्थः राजभाषा की व्याप्ति का वरदान -कुहू माधव
भाषायी परतंत्रता सांस्कृतिक परतंत्रता का प्रस्थान बिन्दु है। भारत में सन् 1947 में स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से ही हिंदी
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Read Moreकमलापति कल्याण गुणामृत निषेवया। पूर्ण कामाय सततम् पूर्णाय महते नमः ॥ सनातन धर्म श्री सम्प्रदाय के आचार्यों की श्रृंखला में
Read Moreसपा मुखिया स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद 1989 से सैफई चर्चाओं में आया, लेकिन सैफई का
Read Moreपुण्डरीकाक्ष का शाब्दिक विवेचना :- पुण्डरीकाक्ष का सामान्य अर्थ होता है –” जिसकी अक्ष रूपी इंद्रियां पुंडरीक बन गयी हों”।
Read Moreअयोध्या।शरद पूर्णिमा के अवसर पर देश भर के सनातन मंदिरों में प्रभु के विग्रह के अनेक रास लीलाएं,पूजन और अर्चना
Read Moreराष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बोले आईआईएमसी के महानिदेशक नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। “प्रेम हमारी आवश्यकता है। हम
Read Moreरामलीला का कार्यक्रम भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। यह एक प्रकार का गद्य
Read Moreश्री सम्प्रदाय के दक्षिण भारत के महान आचार्य श्री बोपदेव जी-आचार्य डा. राधे श्याम द्विवेदी विलक्षण प्रतिभा वाले थे बॉपदेव
Read Moreसाक्षात्कार: इंदिरा दांगी से साक्षात्कार के लिए प्रश्न 1. कागज पर लिखे गये एक टुकड़े में ऐसा क्या होता है
Read Moreपुस्तक समीक्षा पुस्तक : जो कहूंगा सच कहूंगा – प्रो. संजय द्विवेदी से संवाद संपादक : डॉ. सौरभ मालवीय, लोकेंद्र
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