यूपी में 6 IPS अफसरों का तबादला, भ्रष्टाचार के आरोप में प्रयागराज के एसएसपी सस्पेंड, सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी को मिली कमान
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के एसएसपी अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड कर दिया है। आईपीएस अभिषेक दीक्षित पर अपराध नियंत्रण में नाकामी, कानून व्यवस्था में शिथिलता और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। इसके अलावा अभिषेक दीक्षित पर शासन और पुलिस मुख्यालय के निर्देशों का अनुपालन नहीं करने और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिए जाने का भी गंभीर आरोप है। अभिषेक दीक्षित की जगह सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया है। अभिषेक दीक्षित बीते 17 जून को पीलीभीत से ट्रांसफर होकर प्रयागराज के एसएसपी नियुक्त हुए थे। निलंबन की अवधि के दौरान अभिषेक दीक्षित पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
जानकारी के अनुसार, मीडिया सेल गृह विभाग की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि एसएसपी प्रयागराज अभिषेक दीक्षित विगत 3 माह में अपराध नियंत्रण में असफल रहे और उनके खिलाफ कई अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। तैनाती के दौरान एसएसपी द्वारा शासन और मुख्यालय के दिशा-निर्देशाें का अनुपालन सही ढंग से नहीं किया गया और उन पर नियुक्ति में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया गया है।फुट पेट्रोलिंग, बैंकों, बाजार की सुरक्षा में लापरवाही बरती गई। वहीं, कोरोना महामारी के संबंध में भी शासन व मुख्यालय की ओर से जारी सोशल डिस्टेंसिंग का सही ढंग से पालन नहीं कराया गया, जिसपर हाईकोर्ट ने भी नाराजगी जताई थी।
बता दें, शासन ने मंगलवार को 6 आईपीएस का ट्रांसफर किया है। अभिषेक दीक्षित की जगह सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया है। देवेश कुमार पांडे पुलिस उपायुक्त लखनऊ बनाए गए हैं, जबकि अखिलेश कुमार निगम पुलिस अधीक्षक विशेष अनुसंधान शाखा सहकारिता लखनऊ नियुक्त हुए हैं। डॉ. मनोज कुमार को पुलिस उपमहानिरीक्षक पीएसी लखनऊ, गंगा नाथ त्रिपाठी को पुलिस उपमहानिरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ और अखिलेश कुमार निगम को पुलिस अधीक्षक विशेष अनुसंधान शाखा, सहकारिता लखनऊ में तैनाती दी गई है। वहीं, उन्नाव रेप केस में लापरवाही की दोषी पाई गईं आईपीएस पुष्पांजलि सिंह को भी एसपी रेलवे गोरखपुर के पद से हटाते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे लखनऊ बनाया गया है।