Monday, April 28, 2025
महिला जगत

सम्मान मिलने के बाद समाज के प्रति जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है -डॉ अरुणा सिंह पाल

बस्ती/बनकटी। सी.डी.ए. एकेडमी की प्रबंध निदेशक डॉ. अरुणा सिंह पाल कोआज मंगलवार प्रतिष्ठित समाचार पत्र अमर उजाला द्वारा “नारी शक्ति सम्मान – प्रथमा 2025” से डीआईजी बस्ती परिक्षेत्र ने सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें सामाजिक उत्थान, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए दिया गया है।

डॉ. पाल वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं और उनके नेतृत्व में सी.डी.ए. एकेडमी ने शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने में भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं। सम्मान समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित महिलाएं उपस्थित थीं।

सम्मान के बारे में डॉ. अरुणा सिंह पाल का कहना है:- “यह सम्मान केवल मेरा नहीं है, बल्कि उन सभी महिलाओं का है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए निडर होकर कार्य कर रही हैं।

नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ यूथ” एवं “लीड यू फाउंडेशन” के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बेस्ट ऑफ़ बस्ती अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन 10 अप्रैल को पं. अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह, बस्ती में किया गया था जिसमे डॉ अरुणा सिंह पाल को “बेस्ट ऑफ बस्ती अवार्ड 2025” से उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया था।

उन्होंने वर्ष 2010 से ही अपने कार्यों से शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है। डॉ. पाल के नेतृत्व में सीडीए एकेडमी ने न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता हासिल की है, बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

डॉ. अरुणा सिंह पाल के कार्यों ने न केवल सीडीए एकेडमी को बल्कि पूरे समाज को भी प्रेरित किया है। उनके नेतृत्व और समर्पण ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श साबित होगा।

शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. पाल का योगदान:-

-बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान:- डॉ. पाल ने हमेशा से ही बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। उनके प्रयासों से सीडीए एकेडमी में बालिकाओं को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जा रही है।

-शैक्षणिक उत्कृष्टता: – सीडीए एकेडमी ने डॉ. पाल के नेतृत्व में शैक्षणिक क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। विद्यालय की व्यवस्थित और अनुशासित वातावरण ने छात्रों को उत्कृष्टता की ओर अग्रसर किया है।

-महिला सशक्तिकरण :- डॉ. पाल ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के लिए निरंतर प्रयास किया है।

डॉ. अरुणा सिंह पाल का यह योगदान न केवल उनके लिए बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का विषय है। उनके कार्य और समर्पण ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श साबित होगा। सी.डी.ए. एकेडमी परिवार ने इस उपलब्धि पर डॉ. पाल को बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

डॉ. अरुणा सिंह पाल का यह सम्मान न केवल उनके लिए बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम कर रही हैं। उनके कार्य और समर्पण को देखते हुए, यह सम्मान उनकी कड़ी मेहनत और निष्ठा का प्रतीक है।

डॉ अरुणा सिंह पाल ने सम्मान प्राप्त करने के उपरांत मीडिया से कहा कि सम्मान मिलने के बाद समाज के प्रति जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है व्यक्ति अपने क्षेत्र में नई ऊर्जा के साथ कार्य करता है। हमारा मानना है कि धन के अभाव में कोई बेटी शिक्षा से न बंचित रहे मेघावी छात्राओ को उच्च शिक्षा के लिए भी कई प्रभावशाली योजनाएं है उन्होने कहा कि शिक्षित बेटी ही शिक्षित परिवार एवं समाज की मजबूत धुरी है।