अयोध्या राम मंदिर समेत 4 जिलाधिकारी कार्यालयो को बम से उड़ाने की धमकी, संदिग्ध गतिविधियों पर प्रसाशन की पैनी नज़र
अयोध्या। अयोध्या और कई अन्य जिलों में सोमवार रात को धमकी भरे ईमेल मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। राम जन्मभूमि ट्रस्ट को भेजे गए ईमेल में राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इसके अलावा, बाराबंकी, चंदौली, अलीगढ़ और फिरोजाबाद जैसे जिलों के जिलाधिकारियों को भी धमकी भरे मेल मिले हैं,
अयोध्या में धमकी भरे मेल के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। राम मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया है। बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड और स्थानीय पुलिस की टीमें तैनात की गई हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने धमकी भरे ईमेल को गंभीरता से लेते हुए अयोध्या के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
बाराबंकी, चंदौली, अलीगढ़ और फिरोजाबाद जैसे जिलों में भी कलेक्ट्रेट परिसरों की गहन जांच की जा रही है। इन जिलों के जिलाधिकारियों को मिले मेल में आरडीएक्स और आईईडी जैसे विस्फोटकों से हमले की धमकी दी गई है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है और हर संदिग्ध गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
अयोध्या का राम मंदिर वर्ष 2024 में सबसे ज्यादा घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने वाला धार्मिक स्थल बन चुका है। लगभग 13.55 करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए, जोकि ताजमहल से भी ज्यादा है। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पहले से ही हाई अलर्ट पर था, लेकिन अब धमकी मिलने के बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस और खुफिया एजेंसियां राम जन्मभूमि ट्रस्ट और कई जिलों के जिलाधिकारियों को धमकी भरे ईमेल मिलने के मामले को गंभीरता से ले रही हैं। इन ईमेल में राम मंदिर और जिला कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। अधिकारियों का मानना है कि इन धमकियों का उद्देश्य लोगों में दहशत फैलाना हो सकता है, लेकिन प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
संबंधित जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया है। बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड और स्थानीय पुलिस की टीमें तैनात की गई हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने धमकी भरे ईमेल को गंभीरता से लेते हुए अयोध्या के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
जांच एजेंसियां जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा करने में जुटी हैं। वे पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि ये धमकी भरे ईमेल किसने भेजे और उनके पीछे क्या मकसद है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है और हर संदिग्ध गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।