Wednesday, April 30, 2025
साहित्य जगत

एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शोध सेमिनार , पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह -13 अप्रैल वाईएमसीए कन्याकुमारी

दिनांक 13/ 4 /2025 को भारत के दक्षिणी छोर कन्याकुमारी में गोपाल किरण समाज सेवी संस्था ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय भव्य सेमिनार वाय एमसीए कन्याकुमारी ,में आयोजित किया जिसमें पुस्तक लोकार्पण ,कविता पाठ एवं शोध प्रबंध पर व्याख्यान हुए जो अत्यंत महत्वपूर्ण एवं रुचि कर रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया वे अंत तक मंचासीन रहे। सभी मुख्य वक्ताओं ने अपने-अपने विषय पर अपने-अपने विचार साझा किये ।
मुख्य वक्ताओं में से ही एक श्रीमान सिंह ने सामाजिक सशक्तिकरण एवं वित्तीय साक्षरता पर कम और सधे हुए शब्दों में अपना वक्तव्य दिया पहले आपने बताया कि समाज में जीवन को सही दिशा की ओर अग्रसर करने एवं स्वयं के बारे में निर्णय लेने की विवेकपूर्ण क्षमता कितनी जरूरी है और यह प्रकार होनी चाहिए ।अपने सामाजिक स्तर को उन्नतशील बनाना हम सभी को प्रत्येक परिस्थिति में सीखना ही चाहिए। जन-जन के विधान संविधान ने हमें इसके लिए हर एक सुविधा दी है जरूरी है सही जानकारी का होना ।
जैसे शिक्षा का अधिकार, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को उपयोग करने का अधिकार, स्वरोजगार एवं रोजगार के समान अवसर, कानूनी अधिकार और सुरक्षा एवं मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण ।उपरोक्त वर्णित सभी बातें एक प्रगतिशील समाज का मुख्य अंग है इसके उपरांत आती है वित्तीय साक्षरता जो की हम सभी के जीवन के अनचाहे पहलू को सुव्यवस्थित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक आम व्यक्ति दिन के 12 घंटे काम करता है अपनी जीविका चलाने के लिए जो आय अर्जित कड़ी मेहनत से करता है उसको विवेकपूर्ण ढंग से निवेश करना आना ही चाहिए एवं उसके प्रति जागरूक एवं वित्तीय साक्षरता होनी चाहिए। मुख्य प्रश्न यही है कि आप जब एक निवेश कर रहे होते हैं तो क्या आप कागज को पूरा पढ़कर ही हस्ताक्षर करते हैं नहीं बस यही जानकारी एवं जागरूकताजरूरी है इसके अभाव में आपको आपके ही पैसे जरूरत के समय पर कभी-कभी नहीं मिल पाए या देर से मिलते हैं कागज को अवश्य पढ़िए समय अवश्य निकालिए इसके लिए समाज में जन्म लेने के बाद जिन खान-पान शिक्षा आदि सभी पर आपको समान अधिकार मिलता है फिर आप शिक्षित होने के पश्चात नौकरी या कोई भी आजीविका अपना कर जो कड़ी मेहनत से धन कमाते हैं उसे कहां जमा कर रहे हैं कहां निवेश कर रहे हैं इसकी साक्षरता अत्यंत आवश्यक है इसके प्रति और जागरूक बने इसको बड़े ही रोचक अंदाज में बखूबी समझाया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन भार डॉक्टर महिमा सिंह जी ने संभाला और द्वितीय सत्र में अपनी एकल काव्य पुस्तक भावमीहिका में से “तीन प का जाल” नामक कविता का काव्य पाठ किया जिसे सभी ने सराहा ।
भोजनालय के उपरांत तृतीय सत्र में इस समारोह मे प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु अनेक सुधीजनों को विभिन्न श्रेणियां में सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में देश भर से आए समाजसेवी शिक्षा विद विचारक सम्मानित किये गए ।
संस्था के संस्थापक श्रीप्रकाश निम राजे जी ने बताया कि यह सम्मान न केवल व्यक्ति विशेष की उपलब्धियां का गौरव है बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा भी है। संस्था के संस्थापक श्रीप्रकाश निम राजे जी का सरल व्यक्तित्व सभी को भाया ।
कार्यक्रम सुबह 9:30 पर से आरंभ होकर 5:30 बजे कल तक चला ।
डॉक्टर महिमा सिंह जी एक शिक्षिका ,लेखिका पर्यावरण सामाजिक विद् है साथ ही साथ धर्म एवं समाज के कई पहलुओं पर सार्थक कार्य कर रही है। समय समय पर आनलाइन और आफलाइन काउंसलिंग करके के कई बार बहुत जटिल समस्याओं को मिनटों में सरलता से सूझबूझ से सुलझाने की कला में माहिर हैं।उनकी जिंदादिली एवं खुशमिजाज व्यक्तित्व सभी को खूब भाया। संस्थान ने उनको सम्मान प्राप्त करने हेतु अनेकों बधाइयां दी और भविष्य में भी संस्था के साथ जुड़े रहने का संकल्प उनसे लिया ।
समता लिटरेसी ग्लोबल आइकॉन अचीवर्स अवार्ड प्राप्त करने के लिए डॉक्टर महिमा सिंह जी ने संस्था को हृदय से धन्यवाद दिया और वहां उपस्थित सभी ने उनको शुभकामनाएं दी।
डॉक्टर महिमा सिंह जी ने बताया कि वह बहुत ही प्रसन्न है सम्मान को प्राप्त करके और इस खुशी की घड़ी में उनकी खुशी और भी दुगनी हो गई क्योंकि उनके जीवन साथी उनके साथ इस अवसर पर उपस्थित थे। सभी बहुत हर्षित थे और भविष्य में भी इसी तरह निरंतर कार्य करने के प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ रहने का सभी ने वादा किया ।कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा कार्यक्रम के साथ-साथ सभी ने दक्षिण भारत के इस खूबसूरत स्थान की जमकर सैर की और सभी अत्यन्त उत्साहित एवं प्रसन्न चित्त दिखे ।
संस्था का आगामी कार्यक्रम अप्रैल में होना सुनिश्चित हुआ है जिसकी जानकारी शीघ्र ही सांझा की जाएगी।