जन नेता थे कर्पूरी ठाकुर- जगदीश शुक्ल
बस्ती । शनिवार को जन नायक कर्पूरी ठाकुर को उनके जयन्ती पर याद किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता पवन वर्मा के नेतृत्व में रंजीत कालोनी में कार्यक्रम आयोजित कर उनके चित्र पर माल्यार्पण के साथ ही उन्हें नमन् करते हुये वक्ताओं ने योगदान पर प्रकाश डाला।
कर्पूरी ठाकुर के योगदान पर चर्चा करते हुये भाजपा नेता पवन वर्मा ने कहा कि वे देशी माटी में जन्मे देशी मिजाज के राजनेता थे जिन्हें न पद का लोभ था, न उसकी लालसा और जब कुर्सी मिली भी तो उन्होंने कभी उसका न तो धौंस दिखाया और न ही उसका तामझाम। मुख्यमंत्री रहते हुए सार्वजनिक जीवन में ऐसे कई उदाहरण हैं जब उन्होंने कई मौकों पर सादगी की अनूठी मिसाल पेश की। भारतीय राजनीति में ऐसे विलक्षण राजनेता कम ही मिलते हैं। शायद इसीलिए कर्पूरी ठाकुर को सिर्फ नायक नहीं अपितु जननायक कहा गया। कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि मिल गया, जरूरत है उनके आदर्शों को जीवन में उतारा जाय।
भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश शुक्ल, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गाँव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में हुआ । बताया कि भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे। उनकी जड़ें जनता-जनार्दन के बीच गहरी थीं। तब संचार के इतने सशक्त माध्यम नहीं थे। बावजूद इसके कोई घटना होने पर वह सबसे पहले उनके बीच पहुंचते थे। यह जनता के बीच उनकी गहरी पैठ और आपसी सामंजस्य का प्रतिफल था। वो हमेशा जनता की बेहतरी के लिए प्रयत्नशील रहे। ऐसे जन नेता से राजनीतिज्ञोें को प्रेरणा लेनी चाहिये। अंकुर वर्मा ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में कर्पूरी ठाकुर की स्मृति में पार्क और प्रतिमा स्थापना की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। अति शीघ्र यह साकार रूप लेगा।
कर्पूरी ठाकुर के जयन्ती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राहुल श्रीवास्तव, आशीष शुक्ल, अंकुर श्रीवास्तव, महेन्द्र सोनकर, सचिन शुक्ल, अमन श्रीवास्तव, सत्येन्द्र मिश्र, वीरेन्द्र वर्मा, रोहन श्रीवास्तव, विष्णु शर्मा, प्रिन्स श्रीवास्तव, अखिलेश त्रिपाठी, सन्तोष भारद्वाज, बच्चूलाल निषाद, सुजीत पाण्डेय, रजनीश वर्मा, सौरभ पाण्डेय, सूरज गुप्ता, मनोज शर्मा, जामवन्त वर्मा के साथ ही अनेक लोग उपस्थित रहे।