हालत-ए-मेडिकल कालेज: मरीजो को भले बेड न मिले लेकिन जानवारो के लिए उपलब्ध है पूरी व्यवस्था
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ नगर मेडिकल कॉलेज की स्थिति वास्तव में चिंताजनक है। यहाँ तक कि ईमानदार डीएम साहब के दौरे के बाद भी, इमरजेंसी वार्ड की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। मरीजों को बेड पर जगह नहीं मिल पा रही है, और इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज के दरवाजे छुट्टा जानवरों के लिए खुले रहते हैं।
यह स्थिति बुद्ध भूमि में संवेदनशीलता की कमी को दर्शाती है। सिद्धार्थ नगर मेडिकल कॉलेज को एक अच्छा मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए, हमें इसकी स्थिति में सुधार करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें मेडिकल कॉलेज के प्रशासन, डॉक्टरों, और नर्सों के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है ।
मेडिकल कॉलेज की स्थिति में सुधार करने के लिए, मेडिकल कालेज प्रशासन को कई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है:
इमरजेंसी वार्ड की स्थिति में सुधार इमरजेंसी वार्ड में मरीजों के लिए पर्याप्त बेड और सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
मेडिकल कॉलेज की साफ-सफाई
मेडिकल कॉलेज के परिसर की साफ-सफाई का ध्यान रखने की आवश्यकता है, ताकि छुट्टा जानवरों को अंदर आने से रोका जा सके।
डॉक्टरों और नर्सों की भर्ती
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों और नर्सों की भर्ती करने की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।
मेडिकल कॉलेज के प्रशासन में सुधार
मेडिकल कॉलेज के प्रशासन में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि मेडिकल कॉलेज की स्थिति में सुधार किया जा सके।
इन कदमों को उठाकर, हम सिद्धार्थ नगर मेडिकल कॉलेज की स्थिति में सुधार कर सकते हैं और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।