स्वैच्छिक निःशुल्क शिक्षक राजेंद्र उपाध्याय को फिर मिला जिले का छठाँ सर्वोच्च किसान पुरस्कार सम्मान
बस्ती। कलम और कुदाल दोनों विधाओं से राष्ट्र को अपनी सेवाएं दे रहे कप्तानगंज क्षेत्र के सेंठा गांव निवासी स्वैच्छिक शिक्षक एवं प्रगतिशील किसान राजेंद्र उपाध्याय को गत दिनों बस्ती जिले का सर्वोच्च कृषि पुरस्कार सम्मान जिला अधिकारी बस्ती द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र बंजरिया में प्रदान किया गया। उक्त अवसर पर जिले के कृषि विभाग के संयुक्त कृषि निर्देशक बस्ती मंडल के अलावा उपनिदेशक कृषि बस्ती वा उनके सभी अधीनस्त विभागीय कर्मयोगी उपस्थित थे। कार्यक्रम हाल में कप्तानगंज ब्लाक के कृषि विभाग के ब्लॉक टेक्निकल मैनेजर राजेश ओझा के अलावा सहायक विकास अधिकारी कृषि अरुण कुमार पटेल एवं सहायक विकास अधिकारी कृषि रक्षा नवीन सिंह सहित बीज भंडार प्रभारी डॉक्टर शिवम चौधरी और तकनीकी सहायक आलोक जी एवं मारकंडे मिश्र भी किसानो से भरे खचाखच हाल में विभागीय
दायित्यो को निभा रहे थे।गत दिनो चौधरी चरण सिंह की जयंती अवसर किसान दिवस पर कृषि विज्ञान केंद्र बंजरिया मे आयोजित पुरस्कार सम्मान कार्यक्रम में जिले के स्वतंत्र निःशुल्क अध्यापन कार्य करने वाले शिक्षक कप्तानगंज ब्लाक के सेंठा गांव निवासी राजेंद्र उपाध्याय को जिलाधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता ने जिले में तिलहन के सरसों फसल के सर्वाधिक उत्पादन पर प्रथम पुरस्कार के रूप में रुपए सात हजार की पुरस्कार राशि के साथ प्रशस्ति पत्र और शाल देकर सम्मानित किया। यह संयोग ही रहा की प्रगतिशील किसान राजेंद्र उपाध्याय अपना पुरस्कार सम्मान अपने बेटे के चिकित्सा कारणो से बाहर रहने के कारण स्वयं नहीं ले सके। जिसे उप कृषि निर्देश बस्ती ने उनकी अनुपस्थिति में ग्रहण किया। यह एक अहम उपलब्धि हो सकती है कि जब कोई लोक सेवक विगत दो दशक से अधिक समय से जिले एवं दूसरे जिलो के लगभग पांच दर्जन से भी अधिक इंटर कॉलेजो मे स्वैच्छिक निःशुल्क शिक्षक के रूप में हिंदी और जीव विज्ञान विषयो का एक मिशन के रूप में अध्यापन करते हुए बीते किसान दिवस पर अबकी बार छठा प्रगतिशील किसान पुरस्कार सम्मान प्राप्त किया हो।