Tuesday, March 25, 2025
बिज़नेस

अब बन्द होगी मोबाइल कंपनियों की लूट, देश के करोड़ो उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

नई दिल्ली: मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई का कहना है कि कंपनियों को वॉयस और एसएमएस पैक अलग से मुहैया करवाना होगा। इससे ग्राहकों को सिर्फ जरूरी सर्विस के लिए पेमेंट का विकल्प मिल सकेगा। साथ ही एसटीवी यानी स्पेशल टैरिफ वाउचर की सीमा 90 दिन से बढ़ाकर 365 दिन कर दी गई है। ट्राई के नए नियमों के मुताबिक 10 रुपये का टॉप अप वाउचर रखना जरूरी है। मौजूदा वक्त में टेलीकॉम कंपनियां ग्राहकों को कॉम्बो पैक देती है। इससे 2 जी सिम कार्ड यूज करने वालों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्र में अभी तक लोग 2जी सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं।

प्राधिकरण का मानना है कि मौजूदा डेटा-ओनली एसटीवी और बंडल ऑफर के अलावा वॉयस और एसएमएस के लिए एक अलग एसटीवी (स्पेशल टैरिफ वाउचर) अनिवार्य किया जाना चाहिए। यह भी देखा गया है कि वॉयस और एसएमएस-ओनली एसटीवी को अनिवार्य करने से उन ग्राहकों को विकल्प मिलेगा जिन्हें डेटा की आवश्यकता नहीं है। इससे सरकार की डेटा इनक्लूजन की पहल प्रभावित नहीं होगी क्योंकि सेवा प्रदाताओं को बंडल ऑफर और डेटा-ओनली वाउचर देने की स्वतंत्रता है।

ट्राई ने कहा कि अलग-अलग वॉयस और एसएमएस-ओनली वाउचर बुजुर्ग ग्राहकों और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मददगार होंगे। उपभोक्ताओं को चुनने का अधिकार होना चाहिए। अलग-अलग वॉयस और एसएमएस वाउचर के कई फायदे होंगे। इससे वॉयस-सेंट्रिक यूजर्स की जरूरतों को पूरा करने, किफायती प्लान्स, फ्लेक्सिबिलिटी और कस्टमाइजेशन तथा मार्केट सेगमेंटेशन जैसे विभिन्न पहलुओं में मदद मिलेगी। ट्राई ने कहा कि बुजुर्ग लोग विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी की कमी के कारण डेटा सेवाओं का उपयोग करने के लिए कम इच्छुक हैं।

ट्राई ने कहा कि वॉयस-एसएमएस पैक उन यूजर्स की जरूरतों को पूरा करेगा जो वॉयस कम्युनिकेशन को प्राथमिकता देते हैं। इससे उन्हें डेटा सुविधाओं के बिना सस्ती सेवा मिलेगी। इससे उनकी माथापच्ची कम होगी और संतुष्टि बढ़ेगी। साथ ही घर पर ब्रॉडबैंड रखने वाले परिवारों को लगता है कि डेटा के लिए रिचार्ज करना अतिरिक्त बोझ है और उन्हें उन सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर करने की जरूरत नहीं है। बैंकों में दिए गए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों, आधार, आईटीआर भरने के लिए ओटीपी हासिल करने के लिए वॉयस और एसएमएस पैक की आवश्यकता होती है, खासकर तब जब रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर यूजर्स का प्राइमरी नंबर न हो।