Saturday, May 18, 2024
देश

दिल्ली और काशी के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन, राम नगरी भी है रूट में शामिल

नई दिल्ली। देश में बुलेट ट्रेन को लेकर मोदी सरकार काफी सक्रिय है। सरकार तेज गति से ट्रेन चलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता लगातार दिखा रही है। देश में पहले बुलेट ट्रेन की तैयारी जोरों-शोरों पर है। मुंबई और अहमदाबाद के बीच पहली बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी जिसके लिए रूट का पर काम फिलहाल जारी है। इस बीच दिल्ली और काशी को जोड़ने के लिए बुलेट ट्रेन योजना पर काम शुरू हो गया है। इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए कई कदम भी उठा लिए गए हैं। इसके लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने रेल मंत्रालय को अपनी डीपीआर भी सौंप दी है। माना जा रहा है कि डीपीआर तैयार करने के लिए ग्राउंड सर्वेक्षण किया जाएगा।

लेकिन इस बुलेट ट्रेन परियोजना की सबसे खास बात यह है कि इससे भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या भी जुड़ सकेगी। दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर को विस्तार करने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर को कई धार्मिक शहरों के रास्ते जोड़ा जाएगा जिसमें मथुरा, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, कानपुर और लखनऊ जैसे शहर शामिल है। सूत्र बता रहे हैं कि यह ट्रेन दिल्ली से मथुरा, इटावा, कानपुर के रास्ते लखनऊ पहुंचेगी। लखनऊ के बाद यह ट्रेन रायबरेली और प्रयागराज के रास्ते वाराणसी जाएगी। वाराणसी के बाद इसे आगे अयोध्या तक जोड़ा गया है। कुल मिलाकर इस बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की लंबाई 865 किलोमीटर हो रही है।

यह भी दावा किया जा रहा है कि इस ट्रैक को नोएडा में निर्मित होने वाले जेवर एयरपोर्ट से भी जोड़ा जाएगा। कहा जा रहा है कि जवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल के अंदर ही बुलेट ट्रेन का स्टेशन भी बनाने की योजना है। जाहिर सी बात है कि इस बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण के बाद से उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए बाकायदा सरकारी एजेंसी आगे काम में जुट गई है। उत्तर प्रदेश सरकार भी अपनी तरफ से इस दिल्ली-काशी बुलेट ट्रेन परियोजना कॉरिडोर के लिए मदद को सामने आया है। खास बात यह है कि बुलेट ट्रेन परियोजना का विस्तार अयोध्या तक हो जाने के बाद पर्यटन और अयोध्या के लिए और भी फायदेमंद साबित हो सकता है।