पुण्यतिथि पर समाजवादियो ने बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा को याद किया
बस्ती। गुरूवार को समाजवादियों ने पार्टी कार्यालय पर बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा को उनकी पुण्य तिथि पर याद किया। जिला उपाध्यक्ष जावेद पिण्डारी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा के व्यक्तित्व, कृतित्व पर प्रकाश डाला। जावेद पिण्डारी ने कहा कि जगदेव बाबू एक महान राजनीतिक दूरदर्शी थे, वे हमेशा शोषित समाज की भलाई के बारे में सोचा।
सपा नेता जमील अहमद, समीर चौधरी, मो. सलीम, मो. स्वालेह, अरविन्द सोनकर आदि ने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद ने सोशलिस्ट पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत किया और समाजवादी विचारधारा का देशीकरण करके इसको घर-घर पहुंचा दिया। एक संजीदा पत्रकार की हैसियत से उन्होंने दलित-पिछड़ों-शोषितों की समस्याओं के बारे में खूब लिखा तथा उनके समाधान के बारे में अपनी कलम चलायी। 5 सितम्बर 1974 को जगदेव बाबू हजारों की संख्या में ‘शोषित समाज’ का नेतृत्व करते हुए अपने दल का काला झंडा लेकर आगे बढ़ने लगे। कुर्था में तैनात डी.एस.पी. ने सत्याग्रहियों को रोका तो जगदेव बाबू ने इसका प्रतिवाद किया और विरोधियों के पूर्वनियोजित जाल में फंस गए। सत्याग्रहियों पर पुलिस ने अचानक हमला बोल दिया। जगदेव बाबू चट्टान की तरह जमें रहे और और अपना क्रांतिकारी भाषण जारी रखा, निर्दयी पुलिस ने उनके ऊपर गोली चला दी। गोली सीधे उनके गर्दन में जा लगी, वे गिर पड़े। पुलिस घायलावस्था में उन्हें पुलिस स्टेशन ले गयी। पानी-पानी चिल्लाते हुए जगदेव जी ने थाने में ही अंतिम सांसे ली। ऐसे महान सपूत से प्रेरणा लेने की जरूरत है।
बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा को उनकी पुण्य तिथि पर याद करने वालों में अजय यादव, विपिन त्रिपाठी, विवेक यादव डिम्पल, मो. युनुस, तूफानी यादव, इन्द्रावती शुक्ल, अजय दूबे, जयराज यादव, राजेन्द्र, राजेन्द्र यादव, राजदेव प्रसाद, अखिलेश यादव, चन्द्रहास यादव, बलवंत यादव, मन्नू सिंह अशोक यादव, सन्तोष चौधरी, अमित गौड़, जोखू यादव, धर्मवीर यादव, विशाल यादव, धनुषधारी गुप्ता, मो. दाउद, अकबर अली, राम प्रकाश चौधरी के साथ ही अनेक सपा नेता, कार्यकर्ता शामिल रहे।