Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

दबंगों के खौफ से गांव छोड़कर रिश्तेदारी में शरणार्थी बनकर रह रहा गरीब परिवार

बस्ती, 21 जून। मंडल में संतकबीर नगर जिले के दूल्हापार गांव में दबंगों का इतना खौफ है कि एक परिवार गांव छोड़कर महीनों से अपने रिश्तेदार के यहां शरणार्थी बनकर रहने को मजबूर है। संतकबीनगर पुलिस को पूरे प्रकरण की जानकारी है, बावजूद इसके तीन महीना पहले पुलिस अधीक्षक को दिये गये प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही नही हुई। नतीजा यह है कि एक गरीब, असहाय परिवार छिप छिप कर अपनी जान बचा रहा है।

पीड़ित लालचन्द्र पुत्र राजाराम ने प्रार्थना पत्र देकर पुलिस अधीक्षक से जान माल की रक्षा के लिये गुहार लगाया था लेकिन पुलिस दबंगों के प्रभाव मे है और वे पुलिस के संरक्षण में परिवार पर आये दिन कहर बरपा रहे हैं। आरोप गांव के धनंजय, संजय और अजय पुत्र्रगण विक्रम पर है। इनका एक आपराधिक इतिहास है। इनके खिलाफ हत्या, गुण्डा एक्ट, जानलेवा हमला, 7 सीएलए के तहत दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके बावजूद ये सीना तानकर इलाके में घूम रहे हैं और गरीबों असहायों पर जुल्म ढा रहे हैं।

लालचन्द्र ने बताया कि 15 मार्च को इन तीनों ने घर में घुसकर पूरे परिवार को मारा पीटा, जान से मारने की धमकी दी और जबरदस्ती गांव से बाहर निकाल दिया। पीड़ित लालचन्द्र ने पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की। इससे पहले भी दबंगों ने घर में घुसकर गर्भवती बेटी पर जानलेवा हमला किया था, जिससे इनका मन बढ़ा हुआ था। ताजा मामले में धनघटा पुलिस ने इसे मामले में धारा 452, 323, 504, 506 के तहत केस दर्ज किया लेकिन उनके खिला। कोई कार्यवाही नही की। लोगों के समझाने बुझाने और खुद हिम्मत जुटाकर लालचन्द्र परिवार के साथ गांव पर रहने लगे। दबंगों को इसकी भनक लग गई। अजय, धनंजय, सजय और रविन्दर आदि ने अज्ञात मोटरसाइकिल से 19 अप्रैल को रात 1.00 बजे लाठी डंडा और असलहा लेकर दोबारा जानलेवा हमला कर दिया।

कहा हम लोग जमींदार हैं तुम लोग हमारे गुलाम हो, सिर झुकाकर रहो। हमारे ऊपर बहुत मुकदमे हैं कोई कुछ नही बिगाड़ पाया। हम पूरे परिवार को जान से मार देंगे। घटना के समय पूरा परिवार अनहोनी की आशंका और हमले में लगी चोट के कारण रोने चिल्लाने लगा। बाद में वे लोग भाग गये। 112 नम्बर पर सूचना दी गई, पौली पुलिस चौकी पर गये, पुलिस आई लेकिन मामले पर परदा डालने की कोशिश की गई। लालचन्द्र ने मंडल स्तरीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुये कहा है कि दबंगों के खिलाफ ठोस कार्यवाही करें जिससे हम लोग परिवार के साथ अपने गांव और घर में निडर होकर रह सकें। यदि हमे अपने जान माल का खतरा महसूस हुआ तो दबंगों के हाथों मरने की बजाय हम सभी एक साथ जहर खाकर अपनी जान दे देंगे।