Sunday, May 12, 2024
बस्ती मण्डल

केंद्र सरकार की नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों की अधिसूचना का मक़सद देश को परेशानी में डालना है-के के त्रिपाठी

बस्ती।14 मार्च।नागरिकता संशोधन कानून को हड़बड़ाहट में लागू किए जाने के विरोध में अखिल भारतीय विरोध के क्रम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सहित बम डालो व कांग्रेस के नेताओ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया।जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में प्रशासनिक अधिकारी ने ज्ञापन ग्रहण किया।

माकपा नेता कामरेड के के तिवारी ने कहा कि, “आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों की अधिसूचना का मक़सद देश को परेशानी में डालना है। लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले गृह मंत्रालय ने सीएए को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है और जिसका मक़सद लोगों में दरार डालना, सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काना और संविधान के मूल सिद्धांतों को कमजोर करना है।
सीपीआई के जिला सचिव कामरेड अशर्फीलाल व मेल नेता राम लौट ने कहा कि संविधान में समान अधिकार हासिल करने वाले भारत के सभी नागरिकों को लोगों में दरार डालने वाले इस कदम का एकजुट होकर विरोध करना चाहिए। केंद्र की भू सरकार के इस कदम को केवल संघ परिवार के हिंदुत्व सांप्रदायिक एजेंडे के हिस्से के रूप में देखा जाना चाहिए। इसका मक़सद, 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़गानिस्तान से भारत में आकर बसे गैर-मुसलमानों को नागरिकता देना, जबकि मुसलमानों को नागरिकता देने से इनकार करना है जो संविधान का खुला उल्लंघन है।”

, कांग्रेस नेता अवधेश सिंह ने कहायह धर्म के आधार पर भारतीय नागरिकता को परिभाषित करने जैसा कदम है। इससे मानवता, देश की धर्मनिरपेक्ष परंपरा और इसके लोगों के सामने एक खुली चुनौती पेश हो गई है।
ज्ञापन देने वालों में के के तिवारी ,अशर्फीलाल,रामलौट, अवधेश सिंह के साथ ही रामानंद,कृष्ण मुरारी,राम दयाल राम शंकर आदि मौजूद रहे।… के के तिवारी (9451260786)