राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर आयोजित वेबीनार में डॉ नवीन नें रखे अपने विचार
बस्ती। बस्ती के जाने माने एक्यूप्रेशर व प्राकृतिक चिकित्सक डॉ नवीन सिंह ने राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर आयोजित वेबीनार में विशेषज्ञों के बीच अपने विचारों को रखा और सुझाव भी दिए। यह रविवार को 11 बजे दिन से शुरू होकर करीब 2 घंटे तक चला जो मोरारजी देसाई की याद में अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद द्वारा आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम का आयोजन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ शंकर कुमार सान्याल जी के नेतृत्व में किया गया।वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल व रिटायर्ड आई ए एस शेखर दत्त ने नेचुरोपैथी को लेकर कहा कि कोरोनाकाल में नेचुरोपैथी को अपना कर खुद के इम्युनिटी को बढ़ाया जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नैचुरोपैथी भारत सरकार के निदेशक प्रो. डॉ के. सत्या लक्ष्मी ने स्वस्थ्य मानव जीवन का आधार बताया। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के योग डिपार्टमेंट के सीनियर कार्यकारी अधिकारी डॉ पीके चौहान ने शिक्षा में योग और नेचुरोपैथी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर डॉ नवीन सिंह ने कहा कि आज पूरा भारत डॉ सान्याल के अगुवाई में प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर रहा है।
बताते चलें कि डॉ नवीन सिंह राष्ट्रीय स्तर पर नेचुरोपैथी के क्षेत्र में जाने जाते हैं। उन्होंने नेचुरोपैथी के जरिये कई जटिल रोगों का निदान बिना किसी दवा के ही कर दिखाया है। नेचुरोपैथी के क्षेत्र में दिए जा रहे योगदान के लिए डॉ नवीन को विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित भी किया जाता रहा है। सात दिवसीय इस कार्यक्रम को संचालित कर रहे अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के महामंत्री प्रोफेसर डॉ एनपी सिंह व डॉ प्रदीप टापू जी ने पूरे भारतवर्ष में पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं साथ ही साथ परिषद के सभी पदाधिकारी अपने जी जान से लगे हुए हैं इस वेबीनार में सम्मिलित डॉ आर एस डवास योगाचार्य डॉ रमेश चंद्रा स्वामी डॉ शंकरा नंद सरस्वती डॉ शिवकुमार शर्मा,डॉ सरोज, डॉ गुलाम नवी एवं कार्यकारी के सभी पदाधिकारी सम्मिलित रहे।