Saturday, May 18, 2024
विचार/लेख

फिल्म लेखक वेदिक द्विवेदी छात्रसंघ पर लिख रहे किताब, किए ये बड़े खुलासे

अपनी हाल ही में आई पुस्तक रामेश्वरा की बड़ी सफलता के बाद फिल्म लेखक वेदिक द्विवेदी द्वारा उनके दूसरे पुस्तक पर काम किया जा रहा है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह कहा कि पुस्तक का नाम छात्रसंघ है। जिसमें राजनीति की तीखी चटपटी नोक झोंक के साथ ही इतने बड़े लोकतांत्रिक देश का राजनैतिक ढांचा कैसे संभावनाओं पर आधारित है व युवाओं की इसमें भूमिका क्या है। भारत में युवा तादाद बड़ी संख्या में है जिसके मन में ढेरों सवाल अभी भी चल रहे। कुछ राजनीति को दूषित कह उससे दूर भागते हैं व कुछ सक्रिय रूप से इसमें शामिल हैं। ऐसी तमाम संभावनाओं को समेटे हुए यह पुस्तक लोकसभा चुनाव 2024 के आस – पास प्रकाशित हो रही है।
इस उपन्यास में इन्होंने पूर्वांचल के राजनैतिक परिदृश्य को विस्तृत रूप दिया है। शहरी कॉलेजों व देश के राजधानी समेत तमाम राज्यों में छात्रसंघ तेजी से कार्य कर रहा है व देश की राजनीति के बड़े आंदोलनों में सक्रिय सहभागिता का हस्ताक्षर भी किया है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह पुस्तक पाठकों को बहुत ही अधिक रोमांचित करने वाली है। संभवतः जाति व समुदाय में बिखरे पूर्वांचल को देश की राजनीति में छात्रसंघ के माध्यम से जोड़ पाने कितना सफल होंगे यह भी प्रमुख सवाल है। देश की राजधानी दिल्ली भी छात्रसंघ का गढ़ है। क्या यह पुस्तक वामपंथ व दक्षिण पंथ के बीच ही सिमट जाएगी या फिर इस युवा फिल्म लेखक के लेखन कला का नया रूप ले स्थापित होगी। युवाओं में पुस्तक को लेकर काफी उत्सुकता बनने वाली है यह भी स्पष्ट है।
फिल्म लेखक वेदिक द्विवेदी की पहली पुस्तक रामेश्वरा को पाठकों ने नई हिंदी की उत्कृष्ठ रचना कह स्वागत किया और लोगों का कहना है फिल्म को पन्नों पर उतारने में वेदिक पूरी तरह सफल हैं। कहानी में आखिरी तक सस्पेंस बना रहता है। वेदिक भी पूर्वांचल के जनपद बस्ती में जन्में। गृह जनपद से प्रारंभिक शिक्षा पूरी कर ये अपनी फिल्म जगत के सफर पर लगातार चले जा रहे हैं। दिन प्रतिदिन लोकप्रियता के नए आयामों को छूने के क्रम में सक्रिय हैं। पिता राकेश कुमार दूबे ग्रामीण राजनीति व क्षेत्रीय गतिविधियों में शामिल रहते हैं मां कुसुम दूबे गृहणी हैं। स्वतंत्र विचारों का पंख लिए लंबी उड़ान की तैयारी में लगे युवा लेखक की रचनात्मकता सम्मान जनक है।
पुस्तक के प्रकाशन तक हम आपको इस पुस्तक से जुड़ी बातें बताते रहेंगे। देखना है कि क्या कमाल करती है वेदिक द्विवेदी की रचना छात्रसंघ..!