Saturday, June 29, 2024
बस्ती मण्डल

ई. अभिषेक सिंह अध्यक्ष, गजानन्द यादव सचिव बने

बस्ती । शुक्रवार को उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ जनपद इकाई का द्विवार्षिक अधिवेशन एवं पदाधिकारियों का चुनाव सर्किट हाउस सभागार में ई. के.के. मिश्र की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल ने कहा कि देश और उत्तर प्रदेश के कर्मचारी कठिन दौर से गुजर रहे हैं। एक सूत्रीय पुरानी पेंशन बहाली करने पर भी केन्द्र और राज्य की सरकार गंभीर नहीं है। ऐसे में इंजीनियर महासंघ को भी अपने संवर्ग की समस्याओं के समाधान हेतु संघर्ष तेज करना होगा। अधिवेशन के दूसरे सत्र में डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के मण्डल सचिव एवं चुनाव अधिकारी ई. संजय मौर्या की देखरेख में हुये चुनाव में अध्यक्ष पद पर ई. अभिषेक सिंह निर्वाचित हुये। इसी क्रम में सर्व सम्मत से ई. धर्मेन्द्र सिंह उपाध्यक्ष, ई. गजानन्द यादव सचिव, ई. हरीश त्रिपाठी संयुक्त सचिव, ई. रजनीश कुमार लेखा सम्प्रेक्षक, ई. अनुपम शर्मा प्रचार मंत्री, ई. तूलिका श्रीवास्तव वित्त सचिव घोषित किये गये। डिप्लोमा इंजीनियर संघ लोक निर्माण के क्षेत्रीय अध्यक्ष ई. राजेश श्रीवास्तव ने निर्वाचित पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाया।

अधिवेशन को परिषद के जिला मंत्री तौलू प्रसाद, डिप्लोमा इंजीनियर लोक निर्माण विभाग अध्यक्ष ई. आर.पी. यादव, सिंचाई विभाग डिप्लोमा इंजीनियर संघ अध्यक्ष ई. स्वप्निल आनन्द श्रीवास्तव, ग्रामीण अभियन्त्रण डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष ई. बेचन राम आदि ने इंजीनियरों की समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि एकजुटता से ही समस्याओं के हल निकलेंगे।
द्विवार्षिक अधिवेशन में मुख्य रूप से ट्यूवेल टेक्निकल इम्पलाइज एसोसिएशन के सचिव सन्तोष राव, राजस्व संग्रह अमीन संघ के अध्यक्ष उमेश वर्मा, ई. सर्वेश कुमार, ई. अवधेश कुमार, ई. अवधेश विश्वकर्मा, ई. वेद प्रकाश पाण्डेय, ई. मनोज कुमार, ई. धर्मेन्द्र यादव, ई. सुनील यादव, ई. इन्द्रेश कुमार, ई. वृजेन्द्र यादव, ई. मनीष चतुर्वेदी, ई. आर.के. यादव, ई. शैलेष कुमार सहाय, ई. प्रतीक तिवारी, ई. राजेश कुमार, ई. शम्भूनाथ कुशवाहा, ई. सुरेश गुप्ता, ई. हरिश्चन्द्र, ई. अंकिता पटेल, ई. श्रीकान्त वर्मा, ई. जितेन्द्र कुमार, ई. राधेश्याम, ई. कपिलदेव मिश्र, ई. आर.एम. शुक्ल, ई. जे.एन. यादव, ई. कृष्ण गोपाल, ई. राम कृपाल, ई. रूद्रदेव, ई. आर.एन. नायक, ई. प्रदीप कुमार के साथ ही बड़ी संख्या में डिप्लोमा इंजीनियर एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी शामिल रहे।