सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान में मिले 53 मरीज
संतकबीरनगर।जितेन्द्र पाठक।जिले में दो नवम्बर से लेकर 11 नवम्बर तक चलाए गए सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान (एसीएफ कैंपेन) के दौरान हुए स्क्रीनिंग में कुल 53 लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हुई है। आठ क्षय रोग बहुल क्षेत्रों में चले इस अभियान में कुल 80 टीम क्षय रोगियों की खोज में लगी हुई थीं। एकत्रित सभी नमूनों की जांच के पश्चात इन मरीजों में क्षय रोग की पुष्टि हुई ।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान (एनटीईपी) के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द ने बताया कि अभियान के दौरान कुल 477 संभावित क्षय रोगियों के बलगम के नमूने लिए गए। इन नमूनों की जांच के बाद 53 लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हुई । इन मरीजों का इलाज प्रारम्भ हो गया है। साथ ही उन्हें निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत करके हर माह उन्हें 500 रुपए पोषण भत्ता के रुप में दिया जाएगा। इन रोगियों का नियमित फॉलोअप किया जा रहा है। अभियान के दौरान एक भी मल्टी ड्रग रेसिसटेंट ( एमडीआर ) टीबी की पुष्टि नहीं हुई है। अभियान के दौरान कुल 103 गांवों के 2.5 लाख लोगों के बीच क्षय रोगियों की खोज की गई ।
मेंहदावल और पौली में मिले सबसे अधिक मरीज
एसीएफ कैंपेन के दौरान मेंहदावल और पौली में सबसे अधिक मरीज मिले। इन दोनों क्षेत्रों में 13 – 13 मरीज मिले। जबकि खलीलाबाद में 9, सेमरियांवा में 8, हैसर में 4, नाथनगर में 3, बघौली में 2 तथा सांथा में 1 टीबी का मरीज पाया गया।
पहली बार टीम को मिला 600 रुपए प्रोत्साहन भत्ता
अभियान मे पहली बार एक क्षय रोगी खोजने पर टीम को 600 रुपए प्रोत्साहन भत्ता मिला। एक टीम में कुल 3 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता शामिल रहे। इस प्रकार प्रत्येक सदस्य को 200 रुपए मिले। इस प्रकार 31800 रुपए रोगियों को खोजने वाली टीम को दिया गया।
1453 मरीज ले रहे हैं नियमित दवा व पोषण भत्ता
जिले में इस समय कुल 1453 क्षय रोगी नियमित दवा ले रहे हैं। उनको 500 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से पोषण भत्ता भी दिया जा रहा है। वहीं शून्य से 18 वर्ष तक के 111 क्षय रोगियों को विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा गोद लिया गया है।
ये लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसडी ओझा ने कहा है कि अगर छ: प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो कत्तई नजरंदाज न करें। इनमें दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना, खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना, वजन का घटना, बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार होना, रात में बेवजह पसीना आना और भूख कम लगने जैसी समस्या है तो अवश्य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्त समय पर इलाज हो जाने से क्षय रोग ठीक हो सकता है।