Tuesday, December 3, 2024
बस्ती मण्डल

शिक्षक दिवस पर प्रभा देवी महाविद्यालय में हुआ शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन : प्रशस्तिपत्र और अंगवस्त्र के साथ किया गया सम्मानित

संतकबीरनगर। शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्रबंध निदेशक श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी की अध्यक्षता में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षकों को प्रशस्तिपत्र, अंगवस्त्र व पुष्प देकर सम्मानित किया गया। प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक श्रीमती पुष्पा चतुर्वेदी ने कहा कि डा.राधा कृष्णन ने राष्ट्रपति बनने के बाद अपना जन्म दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाकर शिक्षकों को सम्मानित किया था। शिक्षक दिवस के अवसर पर महाविद्यालय द्वारा पूर्व माध्यमिक, माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सेवा अवधि पूर्ण कर चुके 11 अवकाश प्राप्त आचार्यों का सम्मान किया गया।* जिसमें डॉ दिग्विजय नाथ पाण्डेय- पूर्व प्राचार्य जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय महराजगंज, हीरालाल त्रिपाठी- पूर्व प्रधानाचार्य रामकृष्णपरमहंस इन्टर कालेज मुखलिसपुर,आर पी सिंह- पूर्व शिक्षक ब्लूमिंग बर्ड्स स्कूल, राम सरन जायसवाल पूर्व प्रधानाचार्य, नर्मदा पाण्डेय- उदयभान सिंह राम प्रसाद पाण्डेय राम ललित यादव समय देव पाण्डेय ओंकार नाथ पाण्डेय पूर्व प्रधानाचार्य गन्ना विकास विद्यालय जैसे जनपद के वरिष्ठ सम्मानित आचार्य उपस्थित रहे।
महाविद्यालय की ने जनपद के सेवानिवृत्त आचार्यों का सम्मान करते हुए कहा कि आपकी उपस्थिति महाविद्यालय परिवार के लिए गौरव का क्षण है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक देश की बुनियाद का निर्माता होता हैं।
इस अवसर पर डॉ दिग्विजय नाथ पाण्डेय ने कहा कि आज वैश्वीकरण के दौर में शिक्षक की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं और उसे आधुनिक सन्दर्भों के अनुरूप तैयार होना होगा।
श्री हीरालाल त्रिपाठी ने बताया कि आज शिक्षक और शिक्षा अवमूल्यन के दौर से गुजर रहा हैं इस सन्दर्भ में शिक्षक का दायित्व है कि वह शिक्षक और शिक्षा दोनों के मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो। राम ललित यादव ने बताया कि जब हम सोचते हैं कि हम जानते तो हम सीखना बंद कर देते हैं इसलिए हमे निरंतर सीखने के लिए तैयार होना चाहिए। ओंकार नाथ पाण्डेय ने कहा कि छात्र को आने वाले कल की चुनौती के लिए तैयार करना ही एक शिक्षक का दायित्व होता है। इस अवसर पर डॉ कौशलेन्द्र त्रिपाठी, डॉ श्रीकृष्ण पाण्डेय, डॉ संदीप पाण्डेय, डॉ अजय कुमार, डॉ संतोष गौड़ शैलेश त्रिपाठी, अनूप विश्वकर्मा,सीमा पाण्डेय, पूनम उपाध्याय,अंकुर सिंह, विशाल सिंह,शालिनी,शाहिदा आदि शिक्षकों ने अपने विचार रखे।