ठेकेदार कल्याण समिति ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्रः रायल्टी, जी०एस०टी० की विसंगतियों को दूर करने की मांग
बस्ती । सोमवार को ठेकेदार कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष शिवानन्द शुक्ल के नेतृत्व में पदाधिकारियों और सदस्योें ने रायल्टी एवं जी०एस०टी० की विसंगतियों से प्रदेश भर के ठीकेदारों के उत्पीडन के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड पत्र भेजा। इसी कड़ी में प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन, मण्डलायुक्त बस्ती मण्डल और जिलाधिकारी को पत्र देकर समस्याओं के निस्तारण का आग्रह किया गया है।
मुख्यमंत्री के साथ ही अधिकारियोें को भेजे पत्र में कहा गया है कि प्रदेश के समस्त ठीकेदारों से रायल्टी का आनलाईन पेपर एमएम- 11 लिया जाता है। इसमें कुछ ट्रासपोर्टरों व कुछ ट्रक ड्राईवरों के द्वारा रायल्टी का पेपर सम्बन्धित ठीकेदार को भी दिया जाता है एवं उसी पेपर की दूसरी छायाप्रति अन्य ठीकेदारों को पैसे लेकर बेच दिया जाता है जिससे माल लेने वाले ठीकेदार की रायल्टी अवैध हो जाती है। इस पर सम्बन्धित ठीकेदार के बीजक से छः गुना पेनाल्टी विभाग द्वारा मनमाने रूप से काट ली जाती है। जिससे प्रदेश भर के समस्त ठीकेदार आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे है। पत्र में कहा गया है कि यदि रायल्टी गिट्टी की क्वेरी / गिट्टी प्लान्ट मालिकों से रायल्टी वसूल की जाती है इससे राजकीय धन का भी नुकसान हो रहा है। जैसे- सरकारी विभागों द्वारा रायल्टी ली जा रही है लेकिन प्राईवेट कार्यों में प्रयुक्त होने वाले सामग्री में रायल्टी नही जमा हो पाती है, इससे राजकीय धन के नुकसान को रोका जा सकता है साथ ही प्रदेश भर के ठीकेदारों का मानसिक एवं आर्थिक शोषण भी रुकेगा या तो ठीकेदारों के बीजक से प्रतिशत रायल्टी की कटौती कर लिया जाये।
ठेकेदार कल्याण समिति के महामंत्री परशुराम सिंह, दुर्गेश मिश्र, प्रभात मिश्र,सोनू सिंह, नागेश प्रताप सिंह, सतीश पाण्डेय, विपिन सिंह, जैसराम चौधरी, प्रेमसागर गुप्ता आदि ने बताया कि भेजे पत्र में कहा गया है कि जी०एस०टी० के मामले में दो प्रतिशत विभाग द्वारा ठीकेदार के बीजक से काट करके विभाग द्वारा स्वयं जमा किया जाता है एवं शेष 10 प्रतिशत, 16 प्रतिशत व 26 प्रतिशत सम्बन्धित ठीकेदार द्वारा जमा किया जाता है जिसमें सरकारी मशीनरी का भी दुरुपयोग होता है, एवं सम्बन्धित ठीकेदार का भी अपने संसाधन का प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों द्वारा समय से दो प्रतिशत ठीकेदारों के बीजक से काटी गयी जी०एस०टी० कभी-कभी समय से न जमा किये जाने के कारण एवं कम्प्यूटर पर अपलोड न किये जाने के कारण ठीकेदारों को जी०एस०टी० आफिस द्वारा नोटिस जारी किया जाता है जिससे प्रदेश भर के समस्त ठीकेदारों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है एवं राजकीय धन की बड़े पैमान पर क्षति हो रही है। यदि विभागों द्वारा ठीकेदारों को दी जाने वाली समस्त जी०एस०टी० प्रदेश समस्त विभागों द्वारा काट करके स्वयं राजकोष में जमा किया जाता है तो राजकीय क्षति को रोका जा सकता है व ठीकेदारों को हो रहे आर्थिक, मानसिक, व जी०एस०टी० अधिकारियों के द्वारा किये जा रहे शोषण से प्रदेश के समस्त ठीकेदारों को बचाया जा सकता है। मांग किया गया है कि रायल्टी ठीकेदार से न लेकर करके गिट्टी क्वेैरी, गिट्टी प्लाण्ट मालिको से ही ले लिया जाय या तो ठीकेदारों के बीजक से 1 प्रतिशत की कटौती विभाग द्वारा कर ली जाय एवं इसी तरह प्रदेश के समस्त विभागों द्वारा ठीकेदारों को दी जाने वाली समस्त जी०एस०टी० विभाग द्वारा काट करके जमा कर लिया जाय। जिससे ठीकेदारों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से हो शोषण को रोका जा सकेगा साथ ही साथ बड़े पैमाने पर राजकीय धन की क्षति की भी रोका जा सकेगा।