कौन हैं BSP के वो 6 विधायक, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में बिगाड़ दिया मायावती का खेल
नई दिल्ली। बीएसपी सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले उनकी पार्टी के 6 विधायकों ने उनके खिलाफ बगावत छेड़ दी। इन सभी विधायकों ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की, जिसके बाद उनके सपा में शामिल होने के कयास लगाए जाने लगे हैं। दरअसल हाल ही में बीएसपी की तरफ से राज्यसभा चुनाव के लिए रामजी गौतम को उम्मीदवार बनाया गया था। रामजी गौतम के नामांकन में बीएसपी के जिन 10 विधायकों ने प्रस्तावक के तौर पर हस्ताक्षर किए, उनमें से 4 ने बुधवार को अपना प्रस्ताव वापस ले लिया। इसके बाद देखते ही देखते दो और विधायकों ने बीएसपी के खिलाफ बगावत कर दी और पार्टी में हड़कंप मच गया। आइए जानते हैं कि कौन हैं बीएसपी के ये 6 विधायक?
ये हैं वो 6 विधायक बीएसपी अध्यक्ष मायावती के खिलाफ बगावत का बिगुल बजाने वाले ये 6 विधायक हैं- असलम चौधरी, असलम राईनी, मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव और सुषमा पटेल। इनमें असलम चौधरी, असलम राईनी, मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी और हाकिम लाल बिंद ने राज्यसभा चुनाव के लिए रामजी गौतम के नामांकन पत्र में प्रस्तावक के तौर पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि अभी तक रिटर्निंग ऑफिसर ने रामजी गौतम के नामांकन को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन अगर ये चार विधायक अपने फैसले पर अटल रहते हैं, तो रामजी गौतम का नामांकन रद्द होना तय है।
हाकिम लाल बिंद ने लगाया ये आरोप
बागी विधायकों में सबसे पहले हैं- हाकिम लाल बिंद। हाकिम लाल बिंद यूपी के प्रयागराज जिले में आने वाली हांडिया विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में हाकिम लाल इस सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। हाकम लाल बिंद ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि अभी तक भाजपा का विरोध करती रहीं मायावती अब राज्यसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन हासिल करना चाहती हैं। इस वजह से हम लोगों ने यह कदम उठाया है।
असलम राईनी ने कहा- मैंने हस्ताक्षर ही नहीं किए थे
इसके बाद दूसरे बागी विधायक हैं- असलम चौधरी। 2017 के विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद जिले की धौलाना सीट पर बीएसपी के विधायक असलम चौधरी चार बार सांसद रह चुके भाजपा उम्मीदवार रमेश चंद तोमर को हराकर विधायक बने थे। असलम चौधरी की गिनती बीएसपी के कद्दावर नेताओं में की जाती है। तीसरे बागी विधायक असलम राईनी हैं, जो श्रावस्ती जिले की भिनगा सीट से पार्टी के विधायक हैं। असलम राईनी ने यह भी आरोप लगाया है कि नामांकन पत्र पर उन्होंने हस्ताक्षर ही नहीं किए और वहां किसी और के दस्तखत हैं। सुषमा पटेल ने भी अपनाए बगावती तेवर बीएसपी से बगावत करने वाले चौथे विधायक हैं- मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी, जो प्रयागराज जिले की प्रतापपुर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। मुज्तबा सिद्दीकी इससे पहले 2007 में भी बीएसपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। बगावत का बिगुल बजाने वाले पांचवें विधायक हरगोविंद भार्गव हैं। कृषि अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हरगोविंद भार्गव यूपी के सीतापुर जिले की सिधौली सीट से विधायक हैं। हरगोविंद भार्गव 2007 में भी विधायक रह चुके हैं। बगावती तेवर अपनाने वाली अगली विधायक हैं सुषमा पटेल, जो जौनपुर जिले की मुंगरा बादशाहपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में सुषमा पटेल ने भाजपा उम्मीदवार सीमा द्विवेदी को हराया था।