Sunday, April 21, 2024
Others

समाजसेवी दिनेश श्रीवास्तव एवं पत्रकार अशोक श्रीवास्तव द्वारा प्राथमिक विद्यालय मुसहा में प्लास्टिक की कुर्सियां तथा स्वेटर वितरित

बस्ती, 28 दिसम्बर। जनपद के गौर विकास क्षेत्र के मुसहा स्थित बहुचर्चित मॉडल प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को समाजसेवी दिनेश श्रीवास्तव एवं पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने प्लास्टिक की कुर्सियां तथा स्वेटर बांटा। उन्होने प्लास्टिक की 30 कुर्सियां खरीदकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक को सुपुर्द किया था जिसका आज विद्यालय में पहुंचकर वितरण किया गया। दिनेश श्रीवास्तव ने कहा मुसहा विद्यालय में आकर अच्छा लगता है।

निष्ठा, समर्पण, जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने का उत्कृष्ट उदाहरण देखना हो तो हर किसी को एक बार मुसहा विद्यालय का विजिट करना चाहिये। जनपद में अनेक ऐसे परिषदीय विद्यालय हैं जहां अवकाश के बाद कोई घूमकर देखना नही चाहता कि विद्यालय में क्या क्षति हो रही है। लेकिन अवकाश के दिनों में भी रामसजन यादव अपना कीमती समय विद्यालय को देते हैं, निजी स्तर पर सहायक अध्यापक की नियुक्ति किया है जिससे सभी कक्षायें नियमित चलती रहें।

जिस तरह से विद्यालय की गुणवत्ता को सजाया संवारा गया है, ऐसा दूसरा उदाहरण नही मिलता। उन्होने कहा हमेशा ऐसे लोगों का सहयोग करते रहेंगे। इससे पहले पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने प्रार्थना सभा में पहुंचकर बच्चों को कहानियां सुनाकर उन्हे प्रेरित किया और ठंड से बचाव के उपाय बताये। उन्होने 50 बच्चों को स्वेटर का वितरण किया। कहा नौनिहालों के चरित्र निर्माण में कोताही राष्ट्र निर्माण में की गई कोताही है। शिक्षक को अपने दायित्वों के प्रति सजग रहकर एक सुयोग्य नागरिक के निर्माण में हर संभव प्रयास करना चाहिये।

उन्होने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर प्रार्थना सभा की शुरूआत की। प्रधानाध्यापक रामसजन यादव ने दिनेश श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, शम्भूनाथ गुप्ता तथा अब्दुल कलाम को अंगवस्त्र एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय की दो रसोइयों को दिनेश श्रीवास्तव ने अंगवस्त्र व 1 हजार रूपये नगद देकर प्रोत्साहित किया। मौके पर विद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष फूलचंद, विमला देवी, दानबहादुर दूबे, संजय चौहान, रामजीत यादव, हनुमान प्रसाद, सियाराम, कृपाशंकर, नंदलाल, विवेक कुमार, अभय कुमार, प्रशान्त शुक्ल, विनोद कुमार शर्मा, रियाज अहमद, ज्रदीश कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, शंकराचार्य, रिंका देवी, रामबचन, रामतौल, कुन्नू देवी, दर्शना देवी आदि मौजूद रहीं।