Thursday, April 25, 2024
बस्ती मण्डल

8 सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षकों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

बस्ती । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक षिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में बुधवार को संघ पदाधिकारियों, शिक्षकों ने वरिष्ठता सूची प्रकाशित कर शिक्षकों की पदोन्नति सुनिश्चित किये जाने की मांग को लेकर बीएसए कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। कडाके की ठंड के बीच शिक्षक अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। निर्णय लिया गया कि जब तक पदोन्नति की वरिष्ठता सूची के साथ ही 8 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं की जाती अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। मांगो से सम्बंधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया। गुरूवार को अवकाश होने के कारण धरना शुक्रवार से होगा।
धरने को सम्बोधित करते हुये संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने कहा कि पिछले 7 वर्ष से अध्यापकों की वरिष्ठता सूची को तैयारकर प्रकाशित नहीं किया गया। इसके चलते शिक्षकों की पदोन्नित बाधित है। कहा कि वरिष्ठता सूची प्रति वर्ष प्रकाशित हो जानी चाहिये किन्तु उसे लम्बित रखा गया है। अनेकों बार अनुरोध, ज्ञापन के बावजूद बीएसए वरिष्ठता सूची को तैयार कराने में रूचि नहीं ले रहे हैं। कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती बीएसए कार्यालय के कार्य अवधि में दिन में 10.30 बजे से 3.30 बजे तक अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगा और प्रत्येक दिन ज्ञापन सौंपा जायेगा। कहा कि साऊंघाट विकास खण्ड के कम्पोजिट विद्यालय भरवलिया में अध्यापिकाओं से बीएसए द्वारा घास छिलवाकर वीडियो बनवाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना को लेकर संगठन चुप नहीं बैठेगा और प्रकरण को उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर तक ले जाया जायेगा।
संघ के जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन को लेकर पूरे प्रदेश में आधार कार्ड बनना बन्द हो गया था जिसके कारण विद्यालयों के बच्चों का आधार कार्ड नही बन पाया, इसके कारण जनपद में लगभग 450 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया । आधार कार्ड बनना पुनः प्रारम्भ हो गया है ऐसी स्थिति में शिक्षकों का वेतन बहाल किया जाय। कार्यवाहक अध्यक्ष अखिलेश मिश्र ने कहा कि शिक्षकों का जबरदस्ती एनपीएस कटौती का आदेश जारी करके जिनके पास प्रान नंबर नही है उनका वेतन बाधित कर दिया जा रहा है जबकि वित्त मंत्रालय के अनुसार एनपीएस कटौती ऐच्छिक होना चाहिए। मुख्य सचिव उ.प्र. ने भी एनपीएस कटौती के नाम पर वेतन न रोके जाने का आदेश जारी किया है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों का जबरदस्ती एनपीएस न काटा जाय और न ही इसके कारण किसी का वेतन बाधित किया जाय। संघ के संयुक्त मंत्री विजय प्रकाश चौधरी ने कहा कि निरीक्षण के नाम पर बिना स्पष्टीकरण के किसी भी शिक्षक का बेतन बाधित करने या निलम्बन की कार्यवाही न किया जाय। कोषाध्यक्ष अभय सिंह यादव ने कहा कि शिक्षकों का उत्पीड़न संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा।
धरने में मुख्य रूप से राजकुमार सिंह, इन्द्रसेन मिश्र, सूर्य प्रकाश शुक्ल, राजीव पाण्डेय, अश्विनी पाण्डेय, देवेन्द्र वर्मा, चन्द्रभान चौरसिया, रजनीश मिश्र, विनोद यादव, राम प्रकाश शुक्ल, अभिषेक उपाध्याय, रामभरत वर्मा, शशिकान्तधर द्विवेदी, दिवाकर सिंह, ताजुद्दीन, योगेश्वर शुक्ल, विनोद यादव, सरिता पाण्डेय, रीता शुक्ला, रेखा चौधरी, प्रभावती, माधवी शुक्ला, सरिता त्रिपाठी, पूजा गुप्ता, भैयाराम राव, कृष्ण कुमार चौधरी, प्रदीप दूबे, रामपाल चौधरी, रमेश विश्वकर्मा, त्रिलोकीनाथ, रमेश चौधरी, सन्तोष शुक्ल, नरेन्द्र पाण्डेय, मुक्तिनाथ वर्मा, नरेन्द्र दूबे, पटेश्वरी प्रसाद निषाद, मो. सलाम, आनन्द सिंह, फैजान अहमद, स्कन्द मिश्र, ज्ञान प्रताप उपाध्याय, सुनील पाण्डेय, धर्मेन्द्र गौड, रविन्द्रनाथ, उपेन्द्र, शोभाराम, विवेकानन्द चौरसिया, अश्विनी पाण्डेय, राजेश यादव, इश्तियाक अहमद, अब्दुल मारूफ के साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल रहे। संचालन बब्बन पाण्डेय ने किया।