Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

कलम दवात की पूजा कर प्रभु श्री चित्रगुप्त जी से मांगा सुख समृद्धि का आशीर्वाद

बस्ती। स्थानीय बेलवाडांडी क्षेत्र के कायस्थों ने आपने आराध्य देव, ब्रह्मांड का लेखा जोखा रखने वाले प्रभु श्री चित्रगुप्त जी महाराज का धूमधाम से पूजन अर्चन करने के पश्चात बाबा जयप्रकाश द्वारा मंदिर परिसर में ही हवन कर विश्व शांति एवं सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। मोहल्लेवासियों के सहयोग से भगवान श्री चित्रगुप्त जी की पूजा अर्चना करने के साथ ही कलम दवात की पूजा कर सुख] समृद्धि के साथ ही सभी के लिए मंगल कामना की गई। मान्यता है कि दीपावली के अगले दिन किसी भी तरह से कायस्थ परिवार द्वारा कलम नहीं चलाया जाता है। मान्यता यह भी है कि प्रभु श्रीराम के राजतिलक हेतु गुरु वशिष्ठ से कहा गया कि सभी देवी देवताओं को आमंत्रण भेजा जाए, गुरु वशिष्ठ ने यह कार्य अपने शिष्यों को सौंप दिया, जब प्रभु श्रीराम के राजतिलक में भगवान चित्रगुप्त जी नहीं पहुंचे तो इनकी खोज प्रभु श्रीराम द्वारा कराई गई तो ज्ञात हुआ कि वशिष्ठ मुनि के शिष्यों द्वारा भगवान श्रीचित्रगुप्त जी को आमंत्रण ही नहीं दिया गया था, इधर भगवान श्रीचित्रगुप्त जी प्रभु की लीला समझकर गुरु वशिष्ठ से नाराज होकर सृष्टि के लेखा जोखा को बंद कर दिया। जब सभी देवता वापस पहुंचे तो उन्होंने देखा कि सब उथल पुथल मचा हुआ है लिखा पढ़ी न होने के कारण यमलोक में कठिनाई आने लगी] तब गुरु वशिष्ट की इस गलती को समझते हुए प्रभु श्रीराम ने गुरु वशिष्ट के साथ जाकर भगवान श्रीचित्रगुप्त जी की स्तुति की, गुरु वशिष्ठ की गलती के लिए क्षमा याचना की] जिसके बाद नारायण रूपी भगवान श्रीराम के आदेश को मानकर भगवान श्री चित्रगुप्त ने कलम दवात की पूजा करने के पश्चात प्राणियों का लेखा जोखा लिखने का कार्य प्रारंभ किया। मान्यता है कि तभी से कायस्थ दीपावली पूजा के पश्चात कलम को रख देते हैं। द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त का विधिवत कलम दवात के साथ पूजन करते हुए अपना लेखा जोखा भगवान के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। उसके पश्चात कलम को धारण करते हैं कहते हैं कि कायस्थ तभी से पूजनीय हो गए।
पूजा अर्चना करने वालों में सभासद प्रतिनिधि जगदीप श्रीवास्तव, करन श्रीवास्तव, सभासद प्रतिनिधि रौतापार डब्ल्यू श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव कक्कू, अंशुमान श्रीवास्तव, अंश श्रीवास्तव, अंशुल श्रीवास्तव, अभय श्रीवास्तव, यशु श्रीवास्तव, पल्लव शिवम श्रीवास्तव, मुकेश कुमार श्रीवास्तव बबलू भैया, उत्कर्ष श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव, मोंटी श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव, बलराम श्रीवास्तव, आकर्ष श्रीवास्तव, सीताराम श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव, कन्हैया लाल श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में कायस्थ परिवार के लोगों ने पूजा अर्चना किया।