Sunday, January 19, 2025
साहित्य जगत

दिन प्रतिदिन ही बढ़ रहे कोरोना के केस।
डाक्टर ’’वर्मा’’ कर रहे इस संकट से फेस।
कोरोना तो बन गया सचमुच तानाशाह।
जो गरीब की ले रहा बेरहमी से आह।
कब कोरोना जायेगा कब होंगे दिन नेक?
दूर-दूर कब तक रहे कब हम होंगे एक?
चैन नही है तनिक भी उड़ी आँख की नींद।
सुखद आस की है नही अब कोई उम्मीद।
कोरोना तो जायेगा आशा है भरपूर।
वर्तमान का कष्ट यह होगा ’’वर्मा’’ दूर।
डा. वी. के. वर्मा
चिकित्साधिकारी
जिला चिकित्सालय-बस्ती