Saturday, April 20, 2024
महिला जगत

मन को शांत करने के योग

कभी-कभी हमारे मन में भावनात्मक उथल पुथल होती है, जिसको शांत करना हमारे लिए बहुत आवश्यक होता है। आज हम आपको मन को शांत करने के योग के बारे में बताएंगे।

योग के माध्यम से आप आसानी से अपने मन को शांत करके सुकून पा सकते है। आज कल की व्यस्त लाइफस्टाइल में हमारे दिमाग में कई प्रकार की टेंसन चलती रहती है, जो तनाव देकर मन अशांत कर देती है।

योग करने के दौरान हमारे मस्तिष्क से कई प्रकार के हार्मोन को रिलीज करता है जो मन की बेचैनी और व्याकुलता को दूर करके आपके मन को शांत रखकर दिमाग को आराम देता है। आइये योग वशिष्ठ के अनुसार मन को शांत करने का उपाय को विस्तार से जानते है।

मन को शांत करने के योग में करें ब्रिज पोज –

ब्रिज पोज को सेतुबंध आसान के नाम से भी जाना जाता है। अशांत मन को शांत करने में ब्रिज पोज योग आपकी मदद कर सकता है। सेतुबंध आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के पीठ के बल यानि सीधे लेट जाएं। इसके बाद अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़े और दोनों पैरों पर वजन डालते हुए अपने कूल्हों को फर्श से ऊपर उठायें। अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे ले आयें और उंगली को उंगली में फंसा के दोनों को आपस में जोड़ लें। इस स्थिति में रहते हुए 20 बार साँस लें और आसन को छोड़े।

मन की शांति के लिए करें उत्तानासन योग –

मन की बेचैनी और व्याकुलता को दूर करने के लिए आप उत्तानासन योग को कर सकते है। उत्तानासन करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों को पास-पास रखें और अपने दोनों हाथों को ऊपर सीधा कर लें। अब धीरे-धीरे सामने को ओर कमर से नीचे झुकते जाएं और अपने दोनों हाथों से पैर के पंजों को छूने की कोशिश करें। इस आसन में आप 60 से 90 सेकंड के लिए रहें फिर आसन से बाहर आयें।

जानुशीर्षासन योग के फायदे मन को शांत करने में –

आप जानुशीर्षासन योग करके अपने मन को शांत कर सकते है। जानुशीर्षासन मुद्रा मस्तिष्क को शांत करने के अलावा हल्के अवसाद, चिंता, थकान, सिरदर्द, मासिक धर्म की परेशानी और अनिद्रा से राहत दिलाने में मदद करती है।

जानुशीर्षासन करने के लिए आप किसी साफ स्थान पर योगा मैट को बिछा के दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके बैठ जाएं। अब अपने दाएं पैर को मोड़ के बाएं पैर की जांघ पर रखें और अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर करें सीधा खड़ा करें। अब अपने ऊपर के शरीर को बाएं पैर की ओर नीचे झुकाएं और बाएं पैर के पंजें को पकड़ लें। अपने सिर को बाएं पैर के घुटने पर रख लें। इस मुद्रा में रहते हुये 5 से 10 बार साँस लें।

मन को शांत करने के योग में करें भुजंगासन –
भुजंगासन योग से आप मानसिक तनाव को दूर करके मन को शांत कर सकते है। भुजंगासन योग को करने लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर पेट के बल लेट जाएं, जिसमें आपकी पीट ऊपर की ओर रहे। अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। अब अपने दोनों हाथों पर वजन डालते हुयें धीरे-धीरे अपने सिर को पीछे के ओर करें और ठुड्डी को ऊपर की ओर करने का प्रयास करें। ध्यान रखें की आपके कमर से नीचे का शरीर जमीन से ऊपर ना उठे। आप इस आसन में 20 से 30 सेकंड तक रुकने का प्रयास करें।

बालासन योग करने के लाभ मन शांत करने में –

बालासन या चाइल्ड पोज़ से मस्तिष्‍क को शांति दी जा सकती है। बालासन योग को करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर वज्रासन में या घुटने टेक के बैठ जाएं। अब धीरे-धीरे अपने सिर को झुकाते जाएं और जमीन पर सिर को रखें। अपने दोनों हाथों को सामने की ओर सीधे करके फर्श पर रखें। इस आसन में आप कम से कम 2 से 3 मिनिट रहने का प्रयास करें।

माइंड फ्रेश करने के लिए करें सुप्त बद्ध कोणासन योग –

अपने दिमाग में चल रही कई प्रकार की परेशानी से राहत पाने में सुप्त बद्ध कोणासन योग आपकी सहायता कर सकता है। योग आपके दिमाग को तनाव मुक्त करके माइंड फ्रेश करने में आपकी मदद करता है।

सुप्त बद्ध कोणासन योग को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को साफ जगह में बिछा के दोनों पैरों को सीधा करके बैठ जाएं। इसके बाद दोनों पैर को अपनी ओर मोड़ लें और दोनों पैरों के पंजों से पंजे मिलाएं। अब हाथों को ऊपर करके, पीछे की ओर फर्श पर लेट जाएं। इस योग को आप 2 से 3 मिनिट के लिए करें।

मूड स्विंग के लिए योग में करें विपरीत करणी –
विपरीता करणी एक संस्कृत शब्द है जो उल्टे होने के एक कार्य को दर्शाता है। यह मन को शांत करने और मूड स्विंग आदि से राहत देता है। विपरीत करणी योग करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को फर्श पर बिछा के उस पर पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथ और पैरों को जमीन पर सीधा रखें।

अब धीरे-धीरे दोनों पैरों को ऊपर उठायें और अपने ऊपर के शरीर को फर्श पर ही रखा रहने दें। अपने दोनों पैरों को 90 डिग्री कोण तक ऊपर उठायें। आप आराम पाने के लिए अपने कूल्हों के नीचे किसी तकिये या कंबल को मोड़ के रखें लें। अपनी आँखों को बंद करें और इस स्थिति में आप कम से कम पांच मिनट के लिए रुकें।

दिमाग को रिलैक्स करने के लिए करें अनुलोम विलोम प्राणायाम –

दिमाग को चिंता मुक्त करके रिलैक्स करने और मानसिक शांति के लिए आप अनुलोम विलोम प्राणायाम को करें। इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को जमीन पर बिछा कर सुखासन, सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं। अब अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठायें और अंगूठे से दाहिने नाक को बंद करके बाएं नाक से लम्बी साँस लें। अब अपने दाहिने हाथ की अनामिका से बाएं नाक को बंद करके दाहिने नाक से साँस को बाहर छोड़े। इस स्थिति में आपका बायां हाथ घुटने पर रहेगा।

शवासन योग से शांत करें भावनात्मक उथल-पुथल को –
शवासन योग आसान को आराम की मुद्रा कहा जाता है, क्योंकि इसे सभी योग आसान को करने के बाद में किया जाता है। मन को शांत और प्रसन्न रखने में शवासन योग आपकी मदद कर सकता है। टेंशन को दूर करने के लिए शवासन योग आसन एक बहुत ही अच्छा माध्यम है।

इस योग आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को फर्श पर बिछा के उस पर पीठ के बल लेट जाएं। अपने दोनों पैरों और हाथों को सीधा रखें। अब अपने दोनों पैरों के बीच में 1.5 से 2 फिट की दूरी रखें। अपने दोनों हाथों को शरीर से 40 डिग्री पर रखें और हथेलियों को ऊपर की ओर रखें। शवासन में आप अपनी क्षमता के अनुसार रह सकते है। शवासन मुद्रा का अर्थ सोना नहीं हैं बस आपको ऑंखें बंद रखना हैं।

मन को शांत करने के लिए मेडिटेशन करें –
चिंता मुक्त रहने के लिए मेडिटेशन करना सबसे अच्छा और प्रभावी तरीका है। यह मेडिटेशन योग दिमाग में चल रही उथल पुथल को शांत करके दिमाग को आराम देता है। मेडिटेशन करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को जमीन पर बिछा कर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं। अब गहरी लंबी साँस लें और छोड़ें। इसे योग को आप अपनी क्षमता के अनुसार कर सकते है।