Saturday, January 25, 2025
बस्ती मण्डल

माध्यमिक विद्यालयों के सशर्त खोलने के आदेश से छात्रों में एक तरफ उत्साह तो दूसरी तरफ चुनौती

हरैया/बस्ती । प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालय 19 अक्टूबर से सशर्त खोलने का आदेश हुआ है। इस बात को लेकर जहां छात्रों में उत्साह है कि सत्र 2020 – 21 में पहली बार विद्यालय जाएंगे वही दूसरी तरफ महामारी से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन करने की चुनौती है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते भारत सरकार ने 16 मार्च 2020 से सभी शिक्षण संस्थान बंद करने का आदेश दिया था। तभी से सभी शिक्षण संस्थान बंद चल रहे हैं। सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जिसमें ज्यादातर विद्यालयों ने पालन भी किया। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली मोबाइल, नेटवर्क आदि संसाधनों का अभाव होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई धराशाई हो गई। बस्ती न्यूज़ टाइम्स एवं न्यूज़ अटैक की टीम ने पकड़ी जप्ती, पुरैना खास, सेमरा, भीटी मिश्र, चोरखारी, कनरखपुर, परसा गाना सहित दर्जनभर गांव के विभिन्न स्कूलों के कुछ अभिभावकों व छात्र-छात्राओं से संपर्क किया। इस दौरान अभिभावक रवि कुमार बताते हैं कि हमारा संयुक्त परिवार है जिसमें कक्षा 10 व 12 में पढ़ने वाले 5 बच्चे हैं। और एंड्राइड मोबाइल दो है। जिससे सभी बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है। अभिभावक अभिमन्यु शुक्ल कहते हैं कि किसी चैनल पर पढ़ाई होती है। परंतु मेरे पास ना तो टेलीविजन है और ना ही एंड्राइड फोन मेरे बच्चे का भविष्य खराब हो रहा है। कक्षा 12 का छात्र प्रदीप कुमार का कहना है कि वह सिविल सेवा में जाना चाहते हैं परंतु 6 माह से विद्यालय बंद होने के कारण पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि उनके पास एंड्रॉयड फोन नहीं है। वही काजल वर्मा डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। परंतु घर की माली हालत ठीक ना होने के कारण व एंड्राइड फोन के अभाव में पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे बहुतेरे छात्र – छात्राएँ हैं जिनमें प्रतिभा की कमी नहीं है परन्तु संसाधन के अभाव व माली हालत के कारण भविष्य अंधकारमय हो जाता है।