Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

साहित्यकार अपने युग के साथ भविष्य की दिशा भी तय करते हैं-डॉ. राजेश कुमार प्रजापति

बस्ती। साहित्यिक संस्था शव्द सुमन की ओर से प्रेस क्लब सभागार में ख्यातिलब्ध साहित्यकार राकेश ऋषभ के व्यक्तित्व, कृतित्व पर परिचर्चा, कवि सम्मेलन और सारस्वत सम्मान का आयोजन अध्यक्ष डा. रामकृष्ण लाल जगमग के संयोजन एवं संचालन में किया गया।


मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि साहित्यकार अपने युग के साथ ही भविष्य की दिशा भी तय करते हैं। कविता, शायरी, कहानी, उपन्यास व्यक्ति को हर मोड़ पर साहस देेते हैं। इस समृद्ध परम्परा को निरन्तर विकसित करने की जरूरत है। आयोजन के लिये डा. रामकृष्ण लाल जगमग की सराहना करते हुये डा. राजेश ने कहा कि ऐसे आयोजनों की निरन्तरता आवश्यक है।

रिदम् अकादमी की निदेशक डा. श्रेया प्रजापति ने कहा कि बस्ती की संस्कृति, सभ्यता और साहित्यकार तीनों अमूल्य है। इस धरती ने अनेक श्रेष्ठ साहित्यकार दिये है।
डा. रामदल पाण्डेय, मेजर कृपाशंकर सिंह, सत्येन्द्रनाथ ‘मतवाला’, डा. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, डा. सत्यव्रत द्विवेदी, विनोद कुमार उपाध्याय और डा. रामकृष्ण लाल जगमग ने साहित्यकार राकेश ऋषभ के व्यक्तित्व, कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि आधुनिक हिन्दी साहित्य के युग प्रवर्तक और हिन्दी साहित्य के चमकते हुये सितारे, व्यक्ति और समाज की वास्तविक परिस्थितियों को कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास आदि विधाआंें के माध्यम से व्यक्त करने वाले समकालीन कविता के अग्रणी ध्वजवाहक हैं।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवि सम्मेलन डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ के संचालन में हुआ जिसमें डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी दीपक, सागर गोरखपुरी, हरिकेश प्रजापति, डा. राजेन्द्र सिंह ‘राही’ विनोद उपाध्याय, काजी अनवार पारसा, पं. चन्द्रबली मिश्र, जगदम्बा प्रसाद भावुक, हसरत वस्तवी, दीपक सिंह ‘प्रेमी’, अजीत राज, नवनीत पाण्डेय, अजय श्रीवास्तव ‘अश्क’ डा. अफजल हुसेन अफजल आदि ने कविता और शायरी के माध्यम से युग बोध प्रस्तुत किया। डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी का यह शेर विशेष रूप से सराहा गया, ऐ अब्र हमें तू बार-बार सैलाब की धमकी देता है, हम तो दरिया की छाती पर तरबूज की खेती करते हैं।

इसी कड़ी में साहित्यिक संस्था शव्द सुमन की ओर से डा. राजेश कुमार प्रजापति को प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में ‘राष्ट्रीय सेवा गौरव’ और डा. श्रेया प्रजापति को समाजसेवा के क्षेत्र में ‘मदर टेरेसा’ सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने विनोद कुमार उपाध्याय को पत्रकार अनिल कुमार श्रीवास्तव स्मृति सम्मान से सम्मानित किया। प्रेमचन्द साहित्य एवं जन कल्याण संस्थान की ओर से डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ राष्ट्रीय साहित्य संत सम्मान से सम्मानित हुये। इसी क्रम में डा. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, राकेश ऋषभ, सत्येन्द्रनाथ मतवाला, अनुराग श्रीवास्तव, मेजर कृपाशंकर सिंह, राम प्रकाश, श्रीमती नीलम सिंह, डा. रमा शर्मा, विजय मिश्र, पंकज कुमार सोनी, नीरज कुमार वर्मा ‘नीर प्रिय’ सर्वेश कुमार श्रीवास्तव, वेद प्रकाश पाण्डेय, जगदम्बा प्रसाद भावुक, मुस्लिमा खातून, सूर्यनारायण भावुक, लवकुश यादव, आदित्य उपाध्याय को उनके योगदान के लिये सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में श्याम प्रकाश शर्मा, अशोक श्रीवास्तव, दिनेश कुमार, राजेन्द्र प्रसाद बरनवाल, सामईन फारूकी, विकास सिंह, डा. बाबूलाल गौतम के साथ ही बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न वर्गो के लोग उपस्थित रहे।