Sunday, June 30, 2024
साहित्य जगत

निर्धारित किए गए 15 सूचकांकों के आधार पर कार्य करें कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर

– हर कम्‍यूनिटी हेल्‍थ सेंटर को 30 हजार की जनसंख्‍या को देनी हैं स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा

संतकबीरनगर।(सुभाष सिंह)समुदाय को विभिन्‍न रोगों से बचाने के लिए ही कम्‍यूनिटी हेल्‍थ सेंटर बनाए गए हैं। इन हेल्‍थ एण्ड वेलनेस सेंटरों पर तैनात कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर्स के मानदेय का भुगतान तभी होगा जब वे शासन के द्वारा निर्धारित किए गए 15 सूचकांकों को पूरा करते हुए समाज को स्‍वस्‍थ बनाने में अपना सक्रिय योगदान प्रदान करेंगे।

यह बातें ब्‍लाक कम्‍यूनिटी प्रासेस मैनेजर खलीलाबाद ब्‍लाक महेन्‍द्र त्रिपाठी ने सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद के सभागार में कार्य दक्षता के लिए कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर्स को लैपटाप और प्रिंटर प्रदान करते हुए कहीं। उन्‍होने कहा कि यह केन्‍द्र सरकार की एक महत्‍वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत समाज के सभी वर्गों के लोगों को उनके घर के नजदीक ही स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं को उपलब्‍ध कराने के साथ ही उनका एक डाटाबेस तैयार करना है। सभी सीएचओ अपना काम पूरी इमानदारी से करें ताकि समाज रोगमुक्‍त हो सके।

इस दौरान 17 हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर्स के सीएचओ में से 16 को कम्‍प्‍यूटर व प्रिंटर प्रदान किए गए। इस अवसर पर सीएचओ प्रगति राय, कविता गुप्‍ता, उपासना, प्रियंका, अनुपमा, संदीप, दिव्‍या, आदित्‍य सक्‍सेना, नेहा सिंह, सोनल, पुनीता व अन्‍य लोग उपस्थित रहे।

*अब बढ़ेगी हमारी कार्यदक्षता*

कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर प्रगति राय बताती हैं कि संसाधनों के अभाव में कार्य करना कठिन हो रहा था। लैपटाप व प्रिंटर मिल जाने के बाद अभिलेखों के भौतिक रखरखाव तथा उनका डाटा बेस तैयार करने में सुविधा मिलेगी। कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर कविता गुप्‍ता बताती हैं कि डाटा अपलोड करने में पहले बहुत ही कठिनाई होती थी। अब हमारा डाटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। इससे हमें जनता को स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं उपलब्‍ध कराने में कोई परेशानी नहीं होगी।

*इन 15 सूचकांकों पर करना है कार्य*

पंजीकृत गर्भवती को निर्धारित समय के अन्तर्गत प्रसव पूर्व जांच की सेवा प्रदान करें।

नवजात बच्‍चों के गृह आधारित देखभाल कार्यक्रम की रिपोर्ट तैयार की जाए ।

2 वर्ष तक की आयु के बच्‍चों को पूर्ण रुप से प्रतिरक्षित कराया जाए ।

क्षय रोग की जांच के लिए संभावित रोगियों को रेफर किया जाए।

प्रति 5 हजार की जनसंख्‍या पर 300 से 400 रोगियों की प्रतिमाह जांच हो।

30 साल से अधिक आयु की जनसंख्‍या का सी बैक फार्म भरा जाए ।

30 साल के अधिक आयु के उच्‍च रक्‍तचाप के रोगियों को चिन्हित कियाजाए ।

30 साल से अधिक आयु के मधुमेह ( सुगर ) के रोगियों की जांच की जाए ।

सीएचओ के द्वारा रोगियों की टेली कंसल्‍टेशन करायी जाए ।

हर हेल्‍थ व वेलनेस सेंटर पर प्रतिमाह 10 वेलनेस सत्रों का आयोजन किया जाए ।

वार्षिक कैलेंडर के अनुसार हर साल की गतिविधियों को शत प्रतिशत पूरा किया जाए ।

कम से कम 60 प्रतिशत सदस्‍यों के साथ जन आरोग्‍य समिति की बैठक की जाए ।

ग्राम स्‍वच्‍छता व पोषण दिवस की बैठकों का आयोजन किया जाए ।

महिला आरोग्‍य समिति की बैठकों को नियमित आयोजन किया जाए ।

उच्‍च स्‍वास्‍थ्‍य इकाइयों को संदर्भित त‍था सहायता पाकर वापस आने के बाद उनका अनुश्रवण किया जाए ।