अब हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर्स पर भी अन्तरा व छाया की सुविधा
संतकबीरनगर, जिले के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर्स के साथ ही स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर भी त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अन्तरा व साप्ताहिक गोली छाया की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे यह गर्भनिरोधक अब सहज रुप से ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हो सकेंगे। वहीं इसे स्वीकार करने वाली महिलाओं की संख्या में भी वृद्धि होगी। इससे परिवार नियोजन की गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोहन झा ने बताया कि जनपद के गड़सरपार व कोड़रा स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर शनिवार को अन्तरा व छाया की लांचिंग की गई। पहले दिन ही गड़सरपार में 8 व कोड़रा में 8 महिलाओं ने अन्तरा इंजेक्शन की पहली डोज ली। वहीं 6 महिलाओं ने छाया गोली को अपनाया लांचिंग के अवसर पर कोड़रा में आशा संगिनी मीना देवी व एएनएम शीला भी मौजूद रहीं। एएनएम शीला ने बताया कि अन्तरा एक त्रैमासिक गर्भनिरोधक है। महिलाएं अस्थाई रुप से गर्भनिरोध के लिए इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकती हैं। वहीं छाया भी गर्भनिरोधक टैबलेट है। लगातार 3 माह तक हर सप्ताह 2 गोलियों का सेवन करना होता है। वहीं चौथे माह से 1 – 1 गोली हर सप्ताह लेनी होती है। इससे महिला गर्भधारण नहीं कर सकती है। इन दोनों गर्भनिरोधकों का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। अन्तरा लगवाने वाली महिलाओं को 100 रुपए प्रोत्साहन राशि मिलती है, वहीं प्रेरित करने वाली आशा कार्यकर्ता को भी 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
अन्तरा लगवाकर रीता और आशा के चेहरे पर दिखी खुशी
जिले के कोड़रा गांव की रहने वाली रीता और आशा दोनों ने अपने बच्चों में अन्तर रखने के लिए कोड़रा सेण्टर पर आकर अन्तरा इंजेक्शन लगवाया। रीता ने बताया, हैं कि ‘‘पहले पीएचसी पर जाना पड़ता था, इसलिए कभी गई ही नहीं, लेकिन अब घर के पास इंजेक्शन लग रहा है तो वह लगवाने के लिए आ गईं। यह सुविधा बहुत ही अच्छी है।’’ रीता के साथ आशा भी खुश दिखाई पड़ी।
30 सितम्बर तक 26 स्वास्थ्य इकाइयों में होगी लांचिंग
अन्तरा व छाया की लांचिंग एक त्रैमास में 30 सब सेण्टर्स व 6 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर में तब्दील अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में करने की योजना है। अभी तक जनपद में 16 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर्स में यह सुविधा शुरु हो गई है। जबकि अन्य इकाइयों में यह सेवा शुरु करने के लिए आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य उपकेन्द्र कोड़रा में अन्तरा इंजेक्शन लगवाती हुई महिलाएं