Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

30 अप्रैल के बाद नहीं मिलेगा नवीनीकरण का अवसर

बस्ती। जिले में संचालित निजी अस्पतालों व क्लीनिक को 30 अप्रैल के बाद ऑनलाइन नवीनीकरण का अवसर नहीं मिलेगा। सभी क्लीनिक व अस्पताल के पंजीकरण की वैधता 31 मार्च को स्वत: समाप्त हो चुकी है। शासन की ओर से 30 अप्रैल तक नवीनीकरण की सुविधा प्रदान की गई है।
निजी अस्पताल पंजीकरण के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि शासन की नई गाइड लाइन के अनुसार 50 बेड से कम वाले अस्पतालों को ही अब ऑनलाइन पंजीकरण व नवीनीकरण की सुविधा प्रदान की जा रही है। जिले के लगभग 70 प्रतिशत निजी अस्पतालों ने अपने पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं कराया है। अस्पताल संचालक अविलंब नवीनीकरण करा लें, अन्यथा 30 अप्रैल के बाद उन्हें स्टेट ऑफिस से ही नवीनीकरण कराना पड़ेगा।

कुपोषण के साथ हो रहा मौसमी बीमारियों का भी इलाज
– जिला अस्पताल की एनआरसी में भर्ती होते हैं कुपोषित बच्चे

बस्ती, 14 अप्रैल 2022।

जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में कुपोषण के साथ ही मौसमी बीमारी का भी इलाज हो रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सरफराज खान का कहना है कि इन दिनों ज्यादातर बच्चों विशेषकर कम वजन वाले बच्चों को दस्त व बुखार की समस्या ज्यादा हो रही है। एनआरसी में कुपोषण के साथ मौसमी बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा है और बच्चे यहां से स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं।

गौर थाना क्षेत्र के विशुनपुर निवासी मो. अहमद व उनकी पत्नी नाजिया अपनी आठ माह की बच्ची को लेकर एनआरसी आए। उनका कहना था कि गांव की आशा ने उनसे बताया था कि बच्चे का वजन काफी कम है, एनआरसी लेकर जाओ, वहां 14 दिन रहकर इलाज कराना। 12 अप्रैल को बच्ची को जिस समय भर्ती कराया गया, उस समय वजन चार किलो 300 ग्राम था । बच्चे को दस्त व बुखार की भी शिकायत थी। भर्ती होने के साथ ही इलाज शुरू हुआ। पोषण से भरपूर वाला खाना दिया गया। वहां एक तीमारदार को भी खाना मिलता है। 14 अप्रैल को बच्ची का उसका वजन 100 ग्राम बढ़ गया था। बुखार व दस्त न होने से बच्ची अब पूरी तरह खेल रही है। नाजिया का कहना है कि मजदूरी करने वाले परिवार के लिए निजी अस्पताल में इलाज कराना संभव नहीं था, लेकिन एनआरसी में सभी सुविधा नि:शुल्क है।
एनआरसी के नोडल ऑफिसर डॉ. सरफराज खान ने बताया कि इस माह में अब तक 11 बच्चे यहां आ चुके हैं। बच्चों के इलाज व पोषणयुक्त भोजन की व्यवस्था है। डॉयटीशियन की देख-रेख में भोजन दिया जाता है।