Monday, May 6, 2024
हेल्थ

प्रदूषण और कोरोना से बचना है तो बंद करना होगा रूमाल और सर्जिकल मास्क लगाना

कोरोना काल में जहां आम लोग इस महामारी से परेशान है वहीं अब दिल्ली के प्रदुषण ने भी लोगों का हाल-बेहाल कर दिया है। बता दें कि दिल्ली में हमेशा से ही प्रदुषण काफी तेजी से बढ़ता रहता है जिसके कारण अब लोगों को मास्क से सबंधित काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग अब काफी उलझन में है कि वह कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनें या फिर प्रदूषण से बचने वाले मास्क पहनें? काफी हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना काल में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिससे बचने के लिए मास्क पहनना कापी जरूरी है।

मास्क को लेकर हल्थ एकस्पर्ट कहते है कि सावधानी से चुने गए मास्क हर समस्या का सामाधान कर सकती है। कई लोग सर्जिकल मास्क और कपड़ो के मास्क पहनते है जो कोरोना से तो बचा पाएगा लेकिन प्रदूषण से नहीं। सीनीयर कंसल्टेंट डॉ, गुंजन जैन का मानना है कि कोरोना से बचने के लिए लोग रूमाल, कपड़े और सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल कर रहे है लेकिन प्रदुषण के मामले में यह मास्क बिलकुल भी कारगार साबित नहीं होंगे। प्रदुषण से बचने के लिए एन 95 मास्क जिसमें फिल्टर नहीं है वह कोरोना में भी कारगार है और पीएम 2.5 कोभी फिल्टर कर सकता है।

सर्दियों के दौरान आन मास्क का लोग कापी सावधानी से इस्तेमाल करे। कई बार लोग इस्तेमाल किए गए मास्क को 3 से 4 बार पहनने के बाद धोते हैं। लेकिन कोरोना काल में ऐसा नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह आपके सेहत के लिए काफी रिस्की साबित हो सकता है। एक बार इस्तेमाल किए गए मास्क को जब तक धोकर धूप में 12 घंटे तक नहीं सुखाया जाए तब तक इन  मास्क का इस्तेमाल न करें। वहीं थ्री लेयर सर्जिकल मास्क, कॉटन मास्क, वॉल्व मास्क प्रदुषण  और कोरोना दोनों से प्रोटेक्शन नहीं कर सकते है। इसलिए ठंड के प्रदुषित दिनों में एन-95 मास्क का इस्तेमाल कर सकते है।अस्थमा, सांस की अनय परेशानियों का सामना कर रहे लोगों को इन मास्क का इस्तेमाल काफी सावधानी से करना होगा। एन -95 मास्क, केएन-95 मास्क 150 से 1000 रुपये की कीमत में आते है।