Wednesday, June 26, 2024
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हाथरस केस में नया खुलासा: लगातार टच में थे पीड़िता और आरोपी, फोन पर हुई थी 104 बार बात

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में बीते 14 सितंबर को हुए युवती के गैंगरेप और हत्‍या ने पूरे देश हो हिला कर रख दिया है। मामले की जांच एसआईटी कर रही है लेकिन परिवार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। मामला रोज नया मोड़ ले रहा है और गुत्थी उलझती जा रही है। एक ओर जहां अब पीड़ित परिवार पर ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यूपी पुलिस की जांच में पता चला है कि 19 वर्षीय पीड़िता मामले के मुख्य आरोपी के साथ लगातार संपर्क में थी। सितंबर में दलित महिला पर कथित गैंगरेप और जानलेवा हमले के इस मामले में उसी गांव का संदीप सिंह मुख्य आरोपी है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता के परिवार और मुख्य आरोपी के फोन की जांच की है। उन्होंने पाया कि पीड़िता मुख्य आरोपी के साथ लगातार टेलीफोनिक संपर्क में थी।

आरोपी और पीडि़त परिवार के बीच 104 कॉल

आरोपी और पीडि़त परिवार के बीच 104 कॉल

पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला है कि संदीप को पीड़िता के भाई के नाम से एक नंबर से नियमित कॉल आए। पीड़िता के भाई के नंबर 989xxxxx और संदीप के 76186xxxxx के बीच 13 अक्टूबर, 2019 से टेलीफोनिक बातचीत शुरू हुई। अधिकांश कॉल चंदपा क्षेत्र में स्थित और सेल टॉवरों से किए गए थे, जो पीड़िता के गांव बूलगढ़ी से बमुश्किल 2 किमी दूर थे। पुलिस के मुताबिक पीड़ित परिवार और संदीप के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुआ। पीड़ित परिवार और आरोपी के बीच 104 बार फोन पर बातचीत हुई।

62 कॉल पीडि़त परिवार की तरफ से और 42 कॉल आरोपी संदीप की तरफ से

62 कॉल पीडि़त परिवार की तरफ से और 42 कॉल आरोपी संदीप की तरफ से

पुलिस ने पाया कि इसमें से 62 कॉल वो हैं जो पीड़ित परिवार की ओर से की गई तो वहीं 42 कॉल आरोपी संदीप की ओर से की गई थी। यूपी पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि पीड़ित परिवार और आरोपी संदीप के बीच नियमित अंतराल पर बात हुई। आरोपी संदीप को कॉल पीड़िता के भाई की ओर से की गई थी। इस बीच, स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम की जांच भी अंतिम दौर में है। SIT अपनी रिपोर्ट बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप सकती है। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में डीआईजी चन्द्र प्रकाश और एसपी पूनम ने केस की जांच की है।

जानिए हाथरस की घटना के बारे में

हाथरस की घटना 14 सितंबर को हुई थी, जब पीड़िता खेत में काम कर रही थी और तब उसे आरोपी कथित तौर पर खींच के पास के खेत में ले गया और उसपर हमला किया। परिवार का आरोप है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप करने के बाद बेरहमी से उसे मार दिया गया। घटना के बाद उसे गंभीर चोटों के साथ अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता को गर्दन और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई थीं। इसके बाद उसे दिल्ली के अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां उसने 29 सितंबर को दम तोड़ दिया। पीड़िता के लिए न्याय की मांग करने वाली आवाजें बुलंद हो गईं जब यूपी पुलिस ने रात में मृतकों के शव का विवादास्पद तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों ने कहा कि शव का अंतिम संस्कार करने से पहले पुलिस ने उनकी सहमति नहीं ली।