Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

मंच पर जीवन्त हुआ लोकसंस्कृति का विविध रंग

नाट्क, लोक नृत्य, गायन पर झूमे दर्शक

बस्ती । पूर्वान्चल की माटी में लोक संस्कृति के अनेक रूप बिखरे पड़े हैं, उन्हें सहेजने और जन मानस से परिचित कराने की जरूरत है। यह विचार जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने व्यक्त किया। वे सरलादित्य ग्राम विकास सेवा संस्थान द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से श्री विश्राम संस्कृत महाविद्यालय बखरिया में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

विधायक रवि सोनकर ने कहा कि पं. राम गरीब चौबे का नाटक नारी विलाप का संदेश बहु आयामी है। भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल ने कहा कि लोक संस्कृति विलुप्त होती जा रही है उसे पुनः जड़ो से जोड़ने की जरूरत है।
कल्चर फंक्सन प्रोडक्सन ग्रान्ट्स के तहत आयोजित कार्यक्रम में अमेरश पाण्डेय अमृत ने लोक गीतोें की ऐसी छटा बिखेरी की दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। अच्युत शुक्ल, धनुषधारी चतुर्वेदी ओर साथियों ने पूर्वी लोक कलाओं की शानदार प्रस्तुति से वातावरण को जीवन्त किया। पं राम गरीब चौबे के नारी विलाप नाटक में डाक्टर प्रतिमा यादव और उनकी टीम ने बड़ा संदेश दिया। कलाकारों ने अपने चरित्रों के साथ न्याय किया और दर्शक नाटक के पात्रों से खुद को जुड़ा महसूस कर रहे थे। लोकनृत्य की प्रस्तुतियांें ने मन मोह लिया। सरलादित्य ग्राम विकास सेवा संस्थान के अध्यक्ष गोविन्द मिश्र ने आगन्तुकों, अतिथियों, दर्शकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रवीन्द्रनाथ मिश्र, सर्वेश, श्रीनिवास, अवधेश चन्द्र शुक्ल, शैलेन्द्र मिश्र, कमलेन्द्र मिश्र, दिवाकर, श्रीधर, रविचन्द्र पाण्डेय, अश्वनी उपाध्याय, बृहस्पति पाण्डेय, नागेन्द्र मिश्र, राम मूर्ति मिश्रा , धर्मेन्द्र पाण्डेय , आलम चौधरी, रघुनाथ सिंह, ग्रीस चन्द्र पाण्डेय, उदयभान, राजू पाण्डेय, प्रसून शुक्ल पिन्टू तिवारी, रजनीश चौधरी, दिग्विजय सिंह राना, यदुनन्दन उपाध्याय, विवेकानंद शुक्ल, अंकित पाण्डेय राम सूरत गौड के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित रहे।