Sunday, May 5, 2024
राजनैतिक

न्यायमूर्ति राजीव शर्मा (पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय) ने अपनी सेवानिवृत्त पर बाल ग्राम राई में बाटे वुलेन स्वेटर

चंडीगढ़/सोनीपत | इन्दु/नवीन बंसल (राजनीतिक संपादक) राजीव शर्मा,न्यायाधीश पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट एवं कार्यकारी अध्यक्ष राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला ने अपने सेवानिवृति के अवसर पर बालग्राम राइ में रहने वाली बेसहारा बालिकाओं के लिए वूलन स्वेटर प्रदान किये जिनका वितरण आज यशवीर सिंह राठौर, जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनीपत के निर्देशानुसार तैयब हुसैन मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवंम सचिव, जिला विधिक सेवायें प्राधिकरण,सोनीपत के द्वारा किया गया | इस अवसर पर तैयब हुसैन ने बालिकाओं का हालचाल जाना और और बाल ग्राम राई में रहने वाली 4 से 8 साल की बालिकाओं को तीन स्वेटर और 9 से 12 वर्ष की आयु की बालिकाओं को 8 स्वेटर वह 13 से 15 वर्ष की आयु की बालिकाओं को 18 स्वेटर व 16 से 18 वर्ष की आयु की बालिकाओं को 24 स्वेटर तथा 18 वर्ष से अधिक आयु की बालिकाओं को 7 स्वेटर प्रदान किए | इस प्रकार कुल 60 स्वेटर वितरित किए गए| इसी कड़ी में हरियाणा में सोनीपत के साथ पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद में कुल 501 वुलन स्वेटर वितरित किये जाएंगे |
*न्यायाधीश राजीव शर्मा का जीवन परिचय एक नज़र में* राजीव शर्मा, न्यायाधीश पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट का जन्म 8.10.1958 को हुआ था । जिन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एल.एल.बी.की डिग्री हासिल की । उसके बाद उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत सी उप्लब्धियाँ प्राप्त की| वर्ष 1982 में अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुए । वर्ष 2002 में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित हुए । संवैधानिक कानून, प्रशासनिक कानून, रोजगार मामले और पर्यावरण कानून में हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय में मुख्य रूप से अभ्यास किया | दिनांक 3.4.2007 को हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किए गए और 31.3.2013 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में पुष्टि की गई। 26.9.2016 को उत्तराखंड के उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया और उत्तराखंड के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश का पद ग्रहण किया। 7.8.2018 को उनकी आधिपत्य उत्तराखंड के उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया । माननीय न्यायमूर्ति राजीव शर्मा ने 13.11.2018 को पंजाब और हरियाणा के उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण किया था था |