काव्य कौमुदी की नई पहल – बाल कवि सम्मेलन
लखनऊ। पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहबाद में हुआ था। उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी का बच्चों से बड़ा स्नेह था और वे बच्चों को देश का भावी निर्माता मानते थे। बच्चों के प्रति उनके इस स्नेह भाव के कारण बच्चे भी उनसे बेहद लगाव और प्रेम रखते थे और उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। यही कारण है कि नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
काव्य कौमुदी परिवार ने भी इस दिशा में आगे बढ़कर अपनी हिस्सेदारी निभाई और बाल दिवस के दिन बाल कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम में देश – विदेश से भारी संख्या में बच्चों ने अपनी प्रतिभागिता दर्ज की ।काव्य कौमुदी परिवार के लिए यह बहुत ही गर्व की बात है कि देश- विदेश के कोने – कोने से करीब 60 से ज्यादा बच्चों ने अपनी भाषाओं में कविताएँ पढ़ीं ।यह बहुभाषीय कवि सम्मेलन सर्वश्रेष्ठ इसलिए रहा क्योंकि कई भाषाओं का समागम देखने को मिला ।काव्य कौमुदी परिवार की अध्यक्ष डॉ कुमुद बाला ने प्रसन्नता ज़ाहिर करते हुए बताया कि इतनी भारी संख्या में बच्चों ने विभिन्न विषयों पर लिखकर अपनी कविताएँ सुनाईं ।यह देखकर लगता है कि कविताओं का भविष्य बहुत ही उज्ज्वल है और भविष्य में इनमें से ही कोई द्विवेदी , कोई दिनकर , कोई महादेवी वर्मा तो कोई बच्चन बनकर उभरेगा ।काव्य कौमुदी परिवार के मुख्य सलाहकार श्री लक्ष्मीनारायण आलापाटी जो बहुमुखी प्रतिभा के धनी एवं बहुभाषीय कवि हैं , ने अपने उद्बोधन में कहा कि काव्य कौमुदी परिवार हमेंशा नई पीढ़ी को साथ लेकर चलने का पक्षधर रहा। है और सदा रहेंगा।इंकड्यू पब्लिकेशन ने यह कार्यक्रम ज़ूम प्लेटफॉर्म पर स्पॉन्सर किया था और इस पब्लिकेशन की तरफ से मेडिकल डॉक्टर , बहुभाषीय कवि डॉ मनोज किशोर नायक ने सहर्ष यह सूचना दी कि बच्चों के लिए ई – मैगजीन का इंकड्यू की तरफ से इंकड्यू किड्स नाम से प्रकाशित किया जा रहा है जिसमे सभी बच्चे अपनी कविताएँ भेज सकते हैं ।काव्य कौमुदी परिवार उनका आभारी है क्योंकि किड्स मैगज़ीन के अलावा काव्य कौमुदी की अपनी अलग मैगज़ीन तथा एक साझा संग्रह भी प्रकाशित होने जा रहा है।
बाल कवि सम्मेलन की मुख्य अतिथि थीं जबलपुर के क्राइस्ट चर्च बॉयज सीनियर हायर सेकेण्डरी स्कूल की 21 वर्षों की अनुभवी पी जी टीचर वाहीदा हुसैन जी ।विशिष्ट अतिथि के रूप में हैदराबाद के आबिड्स में स्थित सेंट जॉर्जस डिग्री कॉलेज फॉर वीमेन की हिंदी प्राध्यापिका शोभा देशपांडे एवं डी ए वी पब्लिक स्कूल विशाखापत्तनम की सीनियर टीचर सुधा कुमारी जुही ने कार्यभार संभाला ।तीनों ही टीचर बहुभाषीय कवि , समीक्षक , अनुवादक एवं लेखक हैं तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी लोकप्रिय हैं ।इनकी कविताएँ विभिन्न पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं।साथ ही बहुत सारे अवार्ड उन्हें प्राप्त हैँ ।
बाल कविसम्मेलन का कुशल संचालन डॉ कुमुद बाला ने किया तथा सरस्वती वंदना आगरा शहर की पूजा तोमर ने किया ।प्रतिभागिता दर्ज कराने वाले बाल कवियों के नाम इस प्रकार हैं —
राधिका आइवातुरी & नारायणी आइवातुरी & समन्विता यादव & निखिल सिन्हा & रिया सेन & विवान मललोर्कार & नित्यान मललोर्कार – हैदराबाद , नविका & हिमांक गोयल – पिलखुआ , उत्तरप्रदेश , मारिया हुसैन & यश मिश्रा – जबलपुर , अवनी खट्टर & आयन्ना अंजुली कुल्लू – नई दिल्ली , माधव शर्मा & राघव शर्मा & भूमिका जांगिड़ & भूमिका शक्तावत & वंशिका वडोडिया & दीया सिंह & अदिति पाठक – कोटा , राजस्थान , नंदिगामा स्वरूपा & अर्जुन मोहन चारी – नांदेड़ , यूसरा मरियम खान & मैमाना तंज़ील शरीफ – चेन्नई , गायत्री दास – गायत्री दास – डिब्रूगढ़ , आसाम , अस्वीन बी नायर & देवदाता & अमीषा & मीनाक्षी & संगीरतना एस & विस्मया प्रिया & वेदिका रोमियो – केरल , रुद्रांश अग्रवाल & प्रेशियस सेमवाल – विशाखापट्टनम , सात्विक मालवीय -,6 गाज़ियाबाद , बाला सरस्वती डी एस & जूलियन लेंज़ू – केरल , मोहम्मद फाबियान मख्दूमी – अनंतनाग – जम्मू & कश्मीर , पी रेवती रेड्डी & बी सिंधु रेड्डी ,& बी तनुजा रेड्डी & पी जशिता रेड्डी & बी शसिकला रेड्डी – ताड़ीपत्री – आंध्रप्रदेश , सारा मोहापात्रा & अरमान मोहापात्रा – भुवनेश्वर , रीतिका मेरील – कोच्चि , केरल , अजूनी कौर – चंडीगढ़ धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।