मतदान प्रक्रिया में भाग लें – मतदाता होने पर गर्व महसूस करें डॉ धर्मेंद्र
बभनान/बस्ती।भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहाँ की संघीय सरकार प्रत्येक पाँच वर्ष के अंतराल पर चुनाव के माध्यम से चुनी जाती है। देश के नागरिक इस चुनावी प्रक्रिया में सीधे तौर पर भाग लेते हैं। जिला मजिस्ट्रेट / जिला निर्वाचन अधिकारी गोंडा के दिशानिर्देशन में ‘ विधानसभा निर्वाचक नामावलियों का संक्षिप्त पुनरीक्षण – 2022 नये मतदाताओं के पंजीकरण के लिए प्रभावी रणनीति के अंतर्गत आज आचार्य नरेंद्र देव किसान पी जी कॉलेज बभनान ,गोंडा में प्राचार्य डॉ0 धर्मेंद्र कुमार शुक्ल ने एक वोटर रजिस्ट्रेशन कक्ष की स्थापना करके छात्र-छात्राओं को मतदाता बनने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने महाविद्यालय में मतदाता रजिस्ट्रेशन सम्बंधी सभी कार्यों के सफल संपादन हेतु डॉ0 सुरेंद्र कुमार पांडेय अध्यक्ष, सैन्य विज्ञान विभाग को कोऑर्डिनेटर नियुक्त करते हुए एक हेल्पडेस्क की भी स्थापना की। कोऑर्डिनेटर डॉ0 पांडेय ने बताया कि महाविद्यालय में वोटर रजिस्ट्रेशन कक्ष को कंप्यूटर, यूपीएस एवं इंटरनेट कनेक्टिविटी आदि से सुसज्जित करके ऑनलाइन पंजीकरण की भी सुविधा छात्र-छात्राओं को प्रदान की गई है। ऐसे छात्र-छात्राएं जिनकी आयु 1 जनवरी 2022 को 18 वर्ष या इससे ऊपर हो गई है और वह अभी मतदाता नहीं बन पाए हैं उनके नाम अधिक से अधिक संख्या में मतदाता सूची में सम्मलित कराने हेतु विशेष ध्यान आकृष्ट किया गया है महाविद्यालय के पात्र छात्र-छात्राओं के नाम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किए जाने हेतु पासपोर्ट साइज फोटो, हाई स्कूल के प्रमाण पत्र एवं अभिभावक के मतदाता फोटो पहचान पत्र की छाया प्रति के साथ प्रारूप 6 भरवाया जा रहा है। प्रत्येक कक्षा के लिए फार्म भरने हेतु अलग-अलग तिथि वह समय निर्धारित कर दी गई है जिससे छात्र – छात्राएं सुविधानुसार अपने नाम मतदाता सूची में सम्मिलित कराने हेतु फार्म भर सकें। डॉ पांडेय ने बताया कि कॉलेज के सभी छात्र- छात्राओं से यह प्रमाण पत्र भी लिया जा रहा है कि मेरे परिवार में 18 वर्ष की उम्र वाले सभी सदस्यों का मतदाता फोटो पहचान पत्र बन गया है तथा 1 जनवरी 2022 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे सदस्यों द्वारा नामावली में नाम सम्मिलित कराने हेतु फार्म भर दिया गया है।इस अवसर पर डॉ0श्रवण कुमार शुक्ल, डॉ0 सत्य प्रकाश शुक्ल, डॉ0,प्रतीक कुमार पांडेय, विक्रम पांडेय, अखलेश दत्त पांडेय, शैलेश तिवारी, विजय शंकर राठौर, चंद्रशेखर शुक्ल, स्कन्द शुक्ल, शिव शंकर ओझा, रवि कौशल एवं प्राध्यापकों सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं सम्मिलित थे।