छोटी-छोटी सफलतायें ही व्यक्ति को बड़ा बनाती हैं : डॉ.धर्मेंद्र कुमार शुक्ल
बभनान/गोंडा। कोई भी व्यक्ति अचानक से बड़ा नहीं बनता। हमारे द्वारा किये जाने वाले छोटे-छोटे प्रयासों का जीवन में बड़ा महत्व होता है। इन छोटे-छोटे प्रयासों से जो छोटी-छोटी सफलतायें मिलती हैं, वही धीरे-धीरे किसी व्यक्ति को बड़ा बना देती हैं। इसलिये हमें प्रत्येक जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और लगन से निभाना चाहिये। किसी काम को छोटा नहीं समझना चाहिये। ये बातें आचार्य नरेंद्र देव डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र शुक्ल ने कहीं। वे सैन्य विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित भाषण एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सैन्य विज्ञान विभाग की ओर से प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र कुमार शुक्ल के लिए सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। हाल ही में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने डॉ. शुक्ल को लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के बाद स्थायी प्राचार्य के रूप में चयनित किया है। विभाग के अध्यक्ष डॉ. एस. के. पांडेय ने स्मृति चिन्ह व शाल ओढ़ाकर प्राचार्य का अभिन्दन किया। डॉ. पांडेय ने कहा कि जिस महाविद्यालय में डॉ. शुक्ल ने एक छात्र के रूप में पढ़ाई की, उसी कॉलेज में स्थायी नियुक्ति पाना बड़े गर्व की बात है सैन्य विज्ञान विभाग के प्राध्यापकों असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. स्मिता पांडेय, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. सत्येंद्र कुमार, डॉ. देवेंद्र पांडेय व डॉ. प्रेम कुमार पटवा ने भी माल्यार्पण कर प्राचार्य का स्वागत किया और उनकी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की इससे पूर्व सैन्य विज्ञान विभाग की ओर से सामान्य ज्ञान एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ‘मेरे सपनों का भारत’ शीर्षक के तहत आयोजित भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। एम.ए. प्रथम वर्ष के स्टूडेंट विजय बहादुर को भाषण प्रतियोगिता में पहला, बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा रेखा गुप्ता को दूसरा तथा बी.एससी. प्रथम वर्ष के विद्यार्थी अभय उपाध्याय को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। वहीं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में भी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने सहभागिता की। कुल 50 अंकों की इस प्रतियोगिता में 46 अंक पाकर बी.ए. तृतीय वर्ष के छात्र आशुतोष मिश्रा ने पहला स्थान हासिल किया। बी.एससी. प्रथम वर्ष के छात्र अभय उपाध्याय 44 अंकों के साथ सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहे जबकि बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र अरुणेश प्रताप वर्मा ने 42 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। विजयी प्रतिभागियों को ए.एन.डी. पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र कुमार शुक्ला ने स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक के साथ प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया भाषण प्रतियोगिता में डॉ. अनुराधा सिंह, डॉ. आनंद प्रकाश, डॉ. संतराम पाल, डॉ. निरंकार मिश्र, डॉ. आलोक त्रिपाठी व डॉ. अमृता सिंह ने निर्णायक मंडल के रूप में अपनी भूमिका निभाई कार्यक्रम में डॉ. श्रवण कुमार शुक्ल, डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद शुक्ल, डॉ. कमलेश उपाध्याय, डॉ. आलोक सिंह, डॉ. विपिन शुक्ला, डॉ. विक्रम पांडेय, कृष्ण कुमार पांडेय उर्फ लाल जी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे। संचालन अमित त्रिपाठी ने किया।